जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के खिलाफ परिवाद दर्ज (file a complaint) किया गया है. जयपुर के वकील जसवंत गुर्जर ने ये परिवाद दर्ज कराया है. जसवंत गुर्जर ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लेकर की गई ‘रावण’ वाली पोस्ट पर आपत्ति जताई. ये पोस्ट बीजेपी के ट्वीटर हैंडल से की गई थी. दरअसल, बीते गुरुवार को बीजेपी की तरफ से राहुल गांधी का एक पोस्टर जारी किया गया था. पोस्टर जारी कर लिखा गया था कि, ‘नए जमाने का रावण यहां है. वह दुष्ट है, धर्म विरोधी है, राम विरोधी है, उसका लक्ष्य भारत को नष्ट करना है’.
बता दें कि जब बीजेपी ने राहुल गांधी का ‘रावण’ वाला पोस्टर जारी किया तो कांग्रेस बौखला गई. कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पोस्टर जारी कर इसका जवाब दिया. अडानी को लेकर एक बार फिर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साथा. कांग्रेस ने बस इतना ही लिखा कि, ‘इनकी डोर उसके हाथ में है’. कांग्रेस के कहने का मतलब ये था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डोर अडानी के हाथ में है.
वहीं बीजेपी के ट्वीटर हैंडल से की गई पोस्ट को देख प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट किया. प्रियंका गांधी ने लिखा, “आप राजनीति और बहस-मुबाहसे को गिरावट की कौन-सी मंजिल तक ले जाना चाहते हैं? आपकी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जो हिंसक और उकसाऊ ट्वीट किए जा रहे हैं, क्या उसमें आपकी सहमति है? ज्यादा समय नहीं बीता, आपने शुचिता की कसम खाई थी. क्या वादों की तरह कसमें भी भूल गए?”
वहीं राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने छिड़ी जंग के बीच जयपुर में जेपी नड्डा पर परिवार दर्ज कर लिया गया है. ये परिवाद पीसीसी महासचिव और एडवोकेट जसवंत गुर्जर ने दर्ज कराया है. जसवंत गुर्जर ने कहा कि बीजेपी अब राजनीति के निम्न स्तर पर आ गई है. बीजेपी के इन कृत्यों के खिलाफ हम राजनीतिक लड़ाई भी लड़ेंगे और कानूनी लड़ाई भी लड़ेंगे. हर स्तर पर हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
जसवंत गुर्जर ने कहा कि बीजेपी जिस तरह से माहौल बिगड़ने का प्रयास कर रही है, उसके खिलाफ हम लड़ेंगे. हमने आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज करवाया है, क्योंकि बीजेपी ने जिस तरह से राहुल गांधी जैसे तपस्वी, जिन्होंने 4,500 किलोमीटर की यात्रा की है. उनकी छवि बिगाड़ने का प्रयास किया है. राजनीति में इस तरह का निम्न स्तर कहीं नहीं देखा गया. बीजेपी के पास करने को अब कुछ नहीं है. वह फिर से पुराने ढर्रे पर आ गई है.