नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस बुधवार को पंजाब सरकार के स्टिकर वाली एक गाड़ी को पकड़ी है, जिसमें से नकदी, शराब और आम आदमी पार्टी के पर्चे भी मिले हैं। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब के नंबर प्लेट वाली गाड़ी को नई दिल्ली जिले में उड़न दस्ते ने पकड़ा। वहीं पंजाब सरकार ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया। आम आदमी पार्टी ने भी एक बयान जारी करते हुए कहा कि कार जब्त करना पूर्व प्रायोजित है। दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा कि कार की तलाशी लेने पर हमें गाड़ी के अंदर नकदी, शराब की कई बोतलें और आम आदमी पार्टी के पर्चे मिले हैं। वहीं आम आदमी पार्टी ने इस पूरे मामले को फर्जी और हास्यास्पद बताया है।
भाजपा नेता ने साधा निशाना
इस घटना पर भाजपा नेता आरपी सिंह ने कहा, “पंजाब भवन के पास 10 लाख रुपये नकद, आप के स्टिकर और पोस्टर के साथ एक वाहन जब्त किया गया। हम भारतीय चुनाव आयोग से कह रहे हैं कि पंजाब सरकार इसमें शामिल है और उन्होंने अपने अधिकारियों को यहां तैनात किया है। मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग इस पर संज्ञान लेगा।” वहीं नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने कहा, “मैंने पंजाब के वाहनों और पंजाब पुलिस द्वारा दिल्ली में बहुत सारा पैसा लाने के बारे में एलजी को एक पत्र लिखा था। आज, वह दावा सही साबित हुआ है। पंजाब भवन को आप के कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किए जाने की भी जानकारी मिली है। पुलिस को पंजाब भवन पर छापा मारना चाहिए और देखना चाहिए कि वे पंजाब भवन के कमरों में क्या छिपा रहे हैं।”
आम आदमी पार्टी ने दी सफाई
वहीं इस मामले पर आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “यह एक हास्यास्पद आरोप है और पंजाब सरकार ने स्पष्टीकरण भी जारी किया है कि इस नंबर प्लेट वाली कोई भी कार पंजाब सरकार की नहीं है। कार कभी पंजाब भवन में दाखिल ही नहीं हुई। वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर फोर्ड इकोस्पोर्ट कार का है। वाहन का मालिक भाजपा शासित महाराष्ट्र से है, लेकिन वे दिखा रहे हैं कि वाहन का मालिक दिल्ली से है। भाजपा आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव हार जाएगी।” पंजाब डीआईपीआर ने पंजाब भवन के पास कोपरनिकस मार्ग पर खड़ी पंजाब रजिस्ट्रेशन प्लेट और ‘पंजाब सरकार’ लिखी संदिग्ध गाड़ी में मिली नकदी और शराब के बारे में बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है, “यह गाड़ी मेजर अनुभव शिवपुरी के नाम पर पंजीकृत है। उन्हें 3 साल पहले पठानकोट के आर्मी डेंटल कॉलेज में तैनात किया गया था और वे महाराष्ट्र के खड़की के स्थायी निवासी हैं। पकड़ा गया वाहन पंजाब सरकार का बिल्कुल भी नहीं है।”