नई दिल्ली: चुनावी राज्य गुजरात में अब तक 290 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी, मादक पदार्थ, शराब एवं उपहार जब्त किए गए हैं। गुजरात में 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान की गई कुल जब्ती की तुलना में इस बार हुई जब्ती 10 गुना अधिक है। गुजरात में एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।
निर्वाचन आयोग (ईसी) के अनुसार, विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के जरिए निगरानी के कारण राज्य में चुनाव प्रक्रिया के दौरान रिकॉर्ड बरामदगी हुई है। आयोग ने कहा कि एटीएस गुजरात के अधिकारियों की एक टीम के नेतृत्व में वड़ोदरा (ग्रामीण) और वडोदरा शहर में एक अभियान चलाया जा रहा है। इस टीम ने नशीली दवाई (मेफेड्रोन) का उत्पादन करने वाली दो इकाइयों की पहचान की है और करीब 478 करोड़ रुपये मूल्य के 143 किलोग्राम मेफेड्रोन का पता लगाया है।
इस संबंध में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और स्वापक औषधि और मन-प्रभावी पदार्थ अधिनियम कानून की संबंधित धाराओं के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया जा रहा है। आयोग ने कहा कि यह अभियान अभी जारी है और इसके पूरा होने के बाद विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में कुल जब्ती 27.21 करोड़ रुपये थी। इस बार 29 नवंबर तक, कुल जब्ती 290.24 करोड़ रुपये थी जो 2017 में बरामदगी की तुलना में 10.66 गुना ज्यादा है। गुजरात एटीएस के अभियान में जब्त की गई प्रतिबंधित दवाओं के अलावा 61.96 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ बरामद किए गए हैं। आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य से 14.88 करोड़ रुपये मूल्य की चार लाख लीटर से अधिक शराब बरामद की गई है। उल्लेखनीय है कि गुजरात में शराब पर प्रतिबंध है।