Cashless India : UPI ने देश में कैशलैस इकोनॉमी को दिया बढ़ावा, देश में बढ़ रहा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन
Cashless India : UPI ने देश में कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा दिया और डिजिटल लेनदेन आसान बना दिया है। इसके चलते बीते 4 साल में वैल्यू के हिसाब से रिटेल डिजिटल पेमेंट में UPI की हिस्सेदारी दोगुनी से ज्यादा हो गई, लेकिन बैंको, और फिनटेक कंपनियों की फी इनकम करीब एक तिहाई घट गई।
दरअसल, मुफ्त और आसान सर्विस के चलते यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) का इस्तेमाल साल दर साल तेजी से बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 9 महीनों में ही पर्सन-टू-मर्चेंट पेमेंट्स में यूपीआई की हिस्सेदारी 42% हो गई, जो वित्त वर्ष 2021-22 में 28% थी।
कैशलेस को बढ़ावा देने 2019 से मुफ्त हुए यूपीआई ट्रांजैक्शन
सरकार ने 2019 में यूपीआई ट्रांजैक्शन मामले में मरचेंट डिस्काउंट रेट शून्य का दिया था। साथ ही देश में डिजिटल पेमेंट सिस्टम को बढ़ावा दिया जा सके। इससे पहले हर डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए मर्चेंट्स को पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर को एमडीआर चुकाना होता था।
रिपोर्ट- तान्या अग्रवाल