नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है। बीते दिन हुए धक्का-मुक्की मामले को लेकर सदन में हंगामा देखने को मिल सकता है। गुरुवार को संसद में प्रदर्शन के दौरान हुए धक्का-मुक्की में ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी और उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। दोनों नेताओं के सिर में चोट लगी, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पतला में भर्ती कराया गया। भाजपा के चोटिल दोनों सांसदों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर धक्का देने का आरोप लगाया है।
वहीं, इस घटना के बाद भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने राहुल के खिलाफ हत्या की कोशिश, धमकाने, धक्का देने के आरोप समेत BNS की 7 धाराओं में पुलिस को शिकायत दी थी। हालांकि, पुलिस ने धारा- 109 (हत्या की कोशिश) हटाकर सिर्फ 6 धाराओं में FIR में दर्ज की है। इन धाराओं में चोट पहुंचाने के इरादे से काम करना, धक्का देना-डराना धमकाना शामिल है।
आपको शर्म नहीं आती- निशिकांत दुबे
घटना के तुरंत बाद बीजेपी सांसद निशिकांत ने राहुल से कहा कि आपको शर्म नहीं आती, गुंडागर्दी करते हो। बूढ़े को गिरा दिया। इस पर राहुल ने तुरंत ही आरोप लगाया कि सारंगी ने उन्हें धक्का दिया था। राहुल के इतना कहते ही वहां मौजूद BJP सांसद जोर-जोर से चिल्लाने लगे कि सारंगी ने राहुल को धक्का नहीं दिया। इसके तुरंत बाद राहुल वहां से निकल गए।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का आरोप
भाजपा सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से शिकायत की है। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि संसद का कोई भी सदस्य संसद भवन के किसी भी गेट पर प्रदर्शन नहीं करेगा। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा कि मेरे और प्रियंका के साथ धक्का-मुक्की की गई। खड़गे ने कहा- धक्का लगने से उनके घुटने में चोट आई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी दोनों घायल सांसदों से मिलने पहुंचे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- आज संसद में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। स्वस्थ लोकतंत्र में इस तरह की घटनाओं की कोई जगह नहीं है। पूरे घटनाक्रम की जानकारी पीएम नरेंद्र मोदी को दी गई, जिसके बाद उन्होंने दोनों सांसदों से फोन पर बात की और उनका हाल-चाल जाना।