नई दिल्ली : केरल में बहुत तेजी से चिकनपॉक्स के मामले फैलने की खबरें सामने आ रही है, अभी तक 6 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके है. साथ ही चिकनपॉक्स के चलते 9 मौतों की खबरें भी सामने आ रही है. बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन भी चिंतित है और इसे रोकने के लिए यथासंभव प्रयास कर रहा है. राज्य सरकार ने इसके प्रसार को रोकने के लिए राज्य में अलर्ट घोषित कर दिया है और मरीजों को हर संभव इलाज देने की कोशिश की जा रही है.
चिकनपॉक्स वैरिसेला जोस्टर वायरस की वजह से फैलता है. जिसकी वजह से शुरूआत में स्किन रैशिज और बुखार आता है और ये लक्षण 10 दिन तक बने रहते हैं. चिकनपॉक्स के ज्यादातर मामले बड़ों की जगह बच्चों में ज्यादा देखे जाते हैं. इससे बचाव के लिए मौजूदा समय में चिकनपॉक्स वैक्सीन भी मौजूद है जो छोटी उम्र में ही बच्चे को दी जाती है
चिकनपॉक्स के लक्षण
– तेज बुखार
– भूख में कमी
– सिरदर्द
– थकान
– कमजोरी
– शरीर में छोटे-छोटे दाने होना
हालांकि चिकनपॉक्स के शुरूआती लक्षणों में ये उपरोक्त लक्षण दिखाई देते हैं लेकिन कई बार स्थिति बिगड़ने पर दानों में पानी भरने जैसी समस्याएं बन जाती है जो काफी तकलीफदेह और असुविधाजनक और दर्दनाक होती हैं.
चिकनपॉक्स से बचाव
– चिकनपॉक्स से बचाव के लिए मौजूदा समय में वैक्सीन मौजूद है, आमतौर पर ये 12 से 15 महीन और 4 से 6 साल की उम्र में दी जाती है. साथ ही जिन वयस्कों को अभी तक चिकनपॉक्स का टीका नहीं लगा है वो डॉक्टर की सलाह पर इस वैक्सीन को लगवा सकते हैं.
– ये संक्रमण चिकनपॉक्स के मरीज के संपर्क में आने पर भी फैलता है तो कोशिश करें कि ऐसे व्यक्ति के संपर्क में न आए जिसे चिकनपॉक्स हुआ हो.
– साफ सफाई का विशेष ध्यान रखेे. बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोएं. खांसने, छींकने और शौच के बाद हाथ जरूर साफ रखें, साबुन-पानी उपलब्ध न हो तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
– खांसते और छींकते समय मुंह को हाथ की कोहनी से दबाकर ही छींके ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके.
– बीमार व्यक्तियों से दूरी बनाकर रखें, खासतौर पर गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों और बुजुर्गों को इस बीमारी से दूर रखें.
– जितना हो सके इस समय बाहर न निकलें और घर पर ही रहें, बाहर निकलना पड़े तो मॉस्क लगाकर ही बाहर निकले.
– इम्यूनिटी को बढ़ाएं, इसके लिए संतुलित और पौष्टिक आहार लें, नियमित व्यायाम करें और पर्याप्त नींद लें.