नई दिल्ली: दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत इन दिनों भीषण सर्दी की चपेट में है। भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों का अध्ययन करने से पता चलता है कि वर्ष 2017 से 2020 के बीच देश में सर्दी भरे दिनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्ष 2017 के बाद देश में भीषण सर्दी भरे दिनों की संख्या करीब दो से चार गुना तक बढ़ गई है।
विश्व मौसम संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2016 से 2020 के बीच देश में सर्दी के कारण 3754 लोगों की मौत हुई है। इस अनुसार बीते पांच साल में हर साल औसतन 781 लोगों की जान गई है। ठंड से जान गंवाने वाले अधिकतर लोगों की उम्र 50 वर्ष से अधिक थी।
चार साल से कोल्ड वेव : आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में वर्ष 2014 से 2017 के बीच कोल्ड वेव नहीं चली थी। हालांकि वर्ष 2018 में आठ, 2019 में तीन और 2020 में छह दिन कोल्ड वेव चली थी। वर्ष 2021 में 25 जनवरी तक दिल्ली में आठ दिन कोल्ड वेव चली थी। एक एनजीओ की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल दिल्ली में ठंड से 106 लोगों की मौत हुई थी।
औसतन 71 दिन सर्द : मौसम विभाग के अनुसार, देश में बीते पांच साल में कुल सर्द दिनों की संख्या 358 रही। पांच वर्ष में हर साल औसतन 71.6 दिन सर्द रहे हैं। वर्ष 2021 में 11 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर मौसम की पहली बर्फबारी हुई थी।
सांसों पर पड़ रही भारी
ऑस्ट्रेलिया के मोनाश यूनिवर्सिटी द्वारा 2021 में जारी रिपोर्ट के अनुसार 2000 से 2019 के बीच दुनियाभर में सर्दी के कारण 46 लोगों की मौत हुई है। इस अनुसार दुनियाभर में इस दौरान हर सौ में से नौ लोगों की मौत का कारण सर्दी रही है। एशिया में अकेले सर्दी के कारण 26 लाख लोगों ने जान गंवाई।
पांच साल में सर्दी भरे दिन
वर्ष दिन
2017 29
2018 63
2019 103
2020 99
2021 64
स्त्रोत : भारतीय मौसम विभाग