नई दिल्ली: अंतरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन बनाने की कोशिश कर रहे चीन ने हाल ही में लैब मॉड्यूल वेंटियन लॉन्च किया है। इसे चीन ने लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट के जरिए लॉन्च किया था। हैरानी की बात यह है कि इसका एक हिस्सा वापस पृथ्वी पर गिरेगा और यह पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन ने इस पर अपना नियंत्रण खो दिया है. चीन को भी नहीं पता कि वह धरती पर कहां गिरेगा।
दरअसल चीन अंतरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन बनाने के लिए तीन मॉड्यूल लॉन्च करने पर काम कर रहा है। जिसमें से कोर मॉड्यूल पहले ही लॉन्च हो चुका है। जबकि पहले लैब मॉड्यूल को अब लॉन्च कर दिया गया है। इसके बाद दूसरा लैब मॉड्यूल लॉन्च किया जाएगा। 21 टन वजनी रॉकेट पहले मॉड्यूल के लॉन्च होने के बाद ही धरती की ओर नीचे गिर रहा है और मॉड्यूल से अलग होने के बाद इसके वापस धरती पर गिरने की आशंका है.
स्पेस डॉट कॉम ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि हालांकि पृथ्वी पर अंतरिक्ष मलबे के गिरने से हताहत होने का ज्यादा खतरा नहीं है, लेकिन चीन का लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट बड़ा है, जो परेशानी का सबब बन सकता है। यह कब और कहां गिरे इसका फिलहाल पता नहीं है। अगर यह धरती पर गिरता है तो जहां यह गिरता है वहां काफी नुकसान होने की आशंका रहती है।
यह तीसरी बार है जब चीन ने लॉन्च किए गए रॉकेट के हिस्से को गिराने का फैसला किया है। साल 2020 और 2021 में वो ऐसा कर भी चुके हैं. हालांकि ऐसा करने वाला चीन अकेला देश नहीं है, लेकिन कई अन्य देश भी ऐसा ही करते हैं। इस समय पृथ्वी की ओर आने वाले चीनी रॉकेट के इस हिस्से का वजन 21 टन है। अब देखते हैं क्या होगा।
बता दें कि चीन अंतरिक्ष में अपना स्टेशन बनाने पर काम कर रहा है। अगर चीन इसमें सफल होता है तो उसके लिए यह एक बड़ी सफलता होगी। इससे दुनिया में उनका दबदबा भी बढ़ेगा। अभी तक दुनिया में एक ही स्पेस स्टेशन है। जिसे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन कहा जाता है। जिसे अमेरिका और रूस ने मिलकर बनाया था। इसका उपयोग रूस, अमेरिका, जापान और यूरोपीय देशों द्वारा भी किया जाता है। इस अंतरिक्ष स्टेशन की अवधि वर्ष 2024 में समाप्त हो रही है।