वजिंग : चीन द्वारा 19वें एशियाई खेलों के लिए अरुणाचल प्रदेश के तीन वुशू खिलाड़ियों को वीजा देने से इनकार के बाद बवाल मचा हुआ है। इस विरोध में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने एशियाई खेलों के लिए हांगझू की अपनी आगामी यात्रा रद्द करने का फैसला किया है। इस बीच चीनी दूत झा लियू (Zha Liyou) ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया है और कहा है कि अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के रक्षक के रूप में काम करने के लिए भारत सहित सभी पक्षों के साथ काम करने को इच्छुक है.
कोलकाता में चीन के महावाणिज्य दूत झा लियू ने कहा कि चीन भारत के काम करने को तैयार है. इसके साथ ही चीन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बनी सहमति को लागू करने के लिए तैयार है. चीन की स्थापना की 74वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए झा ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और चीन के बीच स्थिर और स्वस्थ संबंध दोनों देशों के मौलिक हित में है.
झा लियू ने कहा, ‘एक स्थिर और स्वस्थ चीन-भारत संबंध दोनों देशों और उनके लोगों के बुनियादी हित में है. दोनों देशों का साझा विकास और पुनरुद्धार हमारे, एशिया और दुनिया के भविष्य से संबंधित है.’ कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘दोनों देशों के बीच रिश्ता आम तौर पर स्थिर है. हमारे नेता बातचीत और संचार बनाए हुए हैं. राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल दो बार आमने-सामने बातचीत की और हमारे संबंधों को स्थिर करने, हमारे द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने पर एक महत्वपूर्ण सहमति बनी.
कार्यक्रम के दौरान चीनी दूत झा लियू (Zha Liyou) ने भारत के चंद्रयान-3 की सफलता पर भी बात की. उन्होंने कहा, ‘चंद्रयान-3 की अद्भुत लैंडिंग अपने ऑफिस में बैठकर देखना वास्तव में रोमांचक था. यह सभी मनुष्यों के लिए एक उपलब्धि है. मैं बहुत खुश हूं. इस उपलब्धि के लिए भारत पर गर्व है.’
एशियाई खेलों के लिए चीन द्वारा तीन एथलीटों को वीजा देने से इनकार करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘एशियाई खेल हम सभी के लिए खेल है. हम परिवार हैं. इस मुद्दे पर चीनी विदेश मंत्रालय और आपका विदेश मंत्रालय पहले ही बात कर चुका है. हम अच्छे मित्र हैं. यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है. मैं आपको चीनी दूतावास तक पहुंचने के लिए आमंत्रित करता हूं.’