म्यांमार के रास्ते फिर भारत में घुसने के फिराक में ‘ड्रैगन’! सैटेलाइट तस्वीरों में साफ़ दिखी चीन की ‘नापाक हरकत’
नईदिल्ली. वैसे तो चीन (China) का जिक्र आते ही सबसे पहले हमारे ख्याल में भारत-चीन तनाव (India-China Tension) का मुद्दा आता है। आज भले ही चीन के अन्दर तमाम उथल पुथल मची हो, लेकिन इस देश को अपनी सीमा से लगे अन्य देशों को परेशान करने में बड़ा मजा आता है। इसके चलते भारत (India) सहित कई अन्य देश इससे अलग और खफा रहते हैं। वहीं अब म्यांमार (Myanmar) स्थित कोको द्वीप समूह (Coco Islands) में निर्माण होने की खबर आ रही है।
दरअसल फर्म मैक्सर टेक्नोलॉजीज (firm Maxar Technologies) ने कुछ सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं। जिसमे म्यांमार स्थित कोको द्वीप समूह (Coco Islands) में निर्माण होता साफ़ दिख रहा है। अब इसे चीन करवा रहा है या फिर खुद म्यांमार, दोनों ही सूरत में भारत के लिए ये टेंशन वाली बात है। गौरतलब है कि चीन के साथ भारत वैसे भी कोई कोताही नहीं बरतता। दरअसल चीन हमेशा से ही भारत में घुसपैठ की फिराक करता है। तवांग सबसे ताजा उदाहरण है। वक्हीं इसके पहले लद्दाख-अरुणाचल में चीन की हरकतें किसी से छुपी नहीं है। ऐसे में अब जब कोको आइलैंड में बड़े स्तर पर निर्माण कार्य हो रहा है। इससे भारत को खतरा है।
इसे ऐसे समझें कि, दरअसल चीन और म्यांमार के रिश्ते इस वक्त काफी घुलेमिल से गए हैं। ऐसे में अब ये शंका बढ़ रही है कि कहीं चीन भारत के अंडमान निकोबार पर तो नजर नहीं रखे हुए है। वहीं मैक्सर टेक्नोलॉजीज की तस्वीरें जो इसी साल 2023 कि हैं, इसमें रनवे, हैंगर और नॉर्थ में कुछ इमारतें दिख रहीं हैं। इसके अलावा एयरबेस रनवे की लंबाई अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है। फिलहाल खुद म्यांमार उग्रवाद की आग में जल रहा है। यहां पर अब सेना का शासन है। लोगों की शक्तियां भी पूरी तरह से ख़त्म हो चुकी हैं। जानकारी दें कि, कोको द्वीप भारत के अंडमान निकोबार है से सटा हुआ है, ऐसे में शंका है कि,चीन अब इस जगह का इसका इस्तेमाल कर समुद्री रास्ते से भारत की जासूसी कर सकता है। वहीं चीन और म्यांमार की मिलीभगत कहीं भारत को धोखा देने के लिए तो नहीं, ऐसे में भारतीय एजेंसियां हर स्थिति पर पैनी नजरें रखें हुए हुए हैं।
वैसे चीन ने म्यांमार को अपनी टीम में लेने के लिए बाकायदा चीन-म्यांमार इकॉनमी कॉरिडोर की स्थापना की है। इसके तहत चीन ने बड़े पैमाने में निवेश भी किया है। ठीक ऐसा ही चीन ने पकिस्तान के ग्वादर पोर्ट में किया था। जिससे यह साफ़ शंका है कि चीन हर तरफ से भारत को घेरने के घृणित प्रयास कर रहा है। वहीं अगर कोको द्वीप समूह में अगर चीन का निवेश है तो ये हिंद महासागर में उसकी एंट्री के लिए सबसे उपयुक्त रास्ता है। देखा जाए तो चीन इस तरह से भारत को चरों घेरने की भरसक कोशिश कर रहा है। हालांकि भारतीय एजेंसियां हर स्थिति कि समीक्षा कर रही है और निश्चित रूप से उसकी पैनी नजरों से कुछ भी छुपा नहीं होगा।