वॉशिंगटन : रूस से युद्ध के बीच अमेरिका ने यूक्रेन को क्लस्टर बम देने का ऐलान कर दिया है, हालांकि इस फैसले को लेकर अमेरिका के सहयोगी ही चिंतित हैं। यूके, कनाडा, न्यूजीलैंड और स्पेन जैसे देशों ने इन हथियारों के इस्तेमाल पर चिंता जाहिर की है। इन देशों का कहना है कि क्लस्टर बमों से मासूम नागरिकों के मारे जाने की आशंका है।
बता दें कि क्लस्टर बम विस्फोट के बाद छोटे-छोटे बम रिलीज करते हैं जो जगह-जगह विस्फोट करते हैं। इसको ज्यादा नियंत्रण भी नहीं किया जा सकता है। ऐसे में कई बार अनचाही जगहों पर विस्फोट होता है और मासूम लोग मारे जाते हैं। वहीं इन बमों को डेड रेट भी ज्यादा है। कई बम फटते नहीं हैं और वे सालों तक खतरा बने रहते हैं। कभी भी उनमें विस्फोट हो सकता है।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐलान कर दिया है कि उन्होंने 80 करोड़ डॉलर कीमत के क्लस्टर बम यूक्रेन को देने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि सहयोगियों की चिंता के बावजूद यह कड़ा फैसला करना पड़ा क्योंकि यूक्रेन हथियार की समस्या से जूझ रहा है। बता दें कि क्लस्टर हम हमेशा से ही विवाद का विषय रहा है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि क्लस्टर बमों से जिन नागरिकों की मौत हुई है उनमें बड़ी संख्या में बच्चे थे।
इन बमों का जहां इस्तेमाल होता है वहां कई सालों तक रहने लायक जगह नहीं बचती। कभी भी विस्फोट हो सकता है। ऐसे में पुनर्वास और लोगों के अपने घर वापस आने में दिक्कत होती है। मानवाधिकार संस्थाएं भी इन बमों का विरोध करती हैं। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का कहना है कि रूस जो बम इस्तेमाल कर रहा है उनकी तुलना में अमेरिका के क्लस्टर बमों की विफलता दर बहुत कम है। रूस को जवाब देने के लिए यूक्रेन को इन बमों की जरूरत है।