आज शाम देशभर के कार्यकर्ताओ में हुंकार भरेंगे CM अरविंद केजरीवाल
देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) अब कोरोना से ठीक हो चुके हैं. वहीं, ठीक होने के बाद सीएम ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे भी कोरोना हो गया था. जहां मैं होम आइसोलेशन में रहा. इस दौरान आप लोगों की दुआ और आशीर्वाद मिला उसके लिए शुक्रिया. सीएम केजरीवाल ने बताया कि उन्हें 2 दिन बुखार था, उसके बाद कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 7/8 दिन होम आइसोलेशन में रहा. फिलहाल अब मैं वापस आप लोगों की सेवा में हाजिर हूं. इसके साथ ही सीएम केजरीवाल आज शाम 4 बजे देशभर के कार्यकर्ताओ को वर्चुअल तरीके से कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे.
दरअसल, प्रेस काफ्रेंस के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, उसको लेकर मैं हमेशा से चिंतित था, हालांकि में होम आइसोलेशन था, लेकिन फोन के उपर मैं लगातार अपने सारे अधिकारी, चीफ सेक्रेटरी, स्वास्थ्य मंत्री सब के साथ संपर्क में था. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों और किए जा रहे इंतजामों पर नजर बनाए हुए था. हालांकि अभी पूरे देश में कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में दिल्ली में भी तेजी से कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है. उन्होंने बताया कि कल दिल्ली में 20 हजार के करीब मामले आए थे, आज शाम को जो हेल्थ बुलेटिन आएगा उसमें 22 हजार के करीब मामले आएंगे.
बता दें कि सीएम केजरीवाल ने कोरोना की पहली लहर से तुलना करते हुए कहा कि हर दिन मामले तेज़ी से बढ़ रहें, ये एक चिंता का विषय तो है, लेकिन जैसा मैंने पहले भी कहा कि आपको घबराने की जरूरत नहीं है. ये बात मैं सारा डाटा विश्लेषण करने के बाद बोल रहा हूं, पिछली जो लहर अप्रैल, मई में आई थी उसमें 7 मई को भी 20 हजार के करीब मामले आए थे. लेकिन उस दिन 341 मौतें हुई थी, लेकिन कल जब 20 हजार केस आए तो 7 मौतें हुई, हालांकि मौतें 1 भी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि बीते 7 मई को जब 20 हजार मामले आए थे. तब लगभग 20 हजार लोग अस्पताल में भर्ती थे, लेकिन कल जब 20 हजार नए मामले आए तो दिल्ली में केवल डेढ़ हजार बेड भरे थे. उस पहली लहर के मुकाबले मौत भी कम हो रही है और लोगों को अस्पताल जाने की भी कम जरुरत पड़ रही है.
सीएम ने कहा कि ये आंकड़ा मैं आप लोगों को इसलिए नहीं बता रहा हूं कि आप लोग मास्क पहनना बंद कर दें या गैर जिम्मेदार हो जाएं. ये डेटा मैंने आपको इसलिए बताया है कि आप लोग घबराएं नहीं, उतना खतरनाक नहीं है, आप लोगों को घबराना नहीं है, लेकिन जिम्मेदारी के साथ काम लेने की जरूरत है. मास्क पहनना सबसे ज्यादा जरूरी है.