रायपुर: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया और निलंबित IAS समीर विश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी सहित 5 आरोपियों की 152 करोड़ 31 लाख रुपए की 91 संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं. जब्ती की कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 25 रुपये प्रति टन कोयले पर कमीशन खाने के मामले में लिया गया है. इससे पहले ED ने पांचों आरोपियों को अदालत में पेश किया. जहां सुनवाई के बाद अदालत ने समीर बिश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल को 31 जनवरी तक जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है. वहीं सौम्या चौरसिया को 4 दिन के लिए ED की हिरासत पर दिया है.
ED के वकील सौरभ पांडे ने जानकारी दी है कि ED ने वाद में बताया है कि वरिष्ठ अधिकारियों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों ने मिलकर घोटाले को अंजाम दिया. जांच एजेंसी ने शुक्रवार को अदालत में 8000 पन्नों की चार्जशीट पेश की थी, जबकि शनिवार को भी ED बोरों और डिब्बों में दस्तावेज लेकर अदालत पहुंची थी. उन्होंने बताया कि अगली बार सभी आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया जाएगा. बहुत जरूरी होने पर ही आरोपियों को अदालत लाया जाएगा.
जानकारी के अनुसार, जब्त की गई प्रॉपर्टी में सर्वाधिक 65 संपत्तियां कारोबारी सूर्यकांत तिवारी से जुड़ी हुई हैं. सूर्यकांत को ही इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. वहीं, उपसचिव सौम्या चौरसिया को ‘सुपर सीएम’ भी कहा जाता है. उनसे संबंधित 30 संपत्तियां और निलंबित IAS समीर विश्नोई से जुड़ी 5 संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं. शेष प्रॉपर्टी सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी से जुड़ी हैं. इनमें नकद, ज्वैलरी और प्लॉट शामिल है.