नई दिल्ली। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) से रांची ईडी (Ranchi ED) के जोनल आफिस में गुरुवार को पूछताछ होगी। पूछताछ के लिए ईडी मुख्यालय से ज्वाइंट डायरेक्टर समेत तीन अधिकारियों की टीम रांची पहुंची है। ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए तकरीबन 200 से अधिक सवालों की सूची (List of more than 200 questions) तैयार की है।
ईडी ने पहले 3 नवंबर को पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन किया था, लेकिन तब मुख्यमंत्री ने तीन हफ्तों का वक्त मांगा था। बाद में दोबारा मुख्यमंत्री को समन कर 17 नवंबर को हाजिर होने को कहा गया था। हेमंत सोरेन से पूछताछ के दौरान ईडी दफ्तर में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम होंगे। इसके लिए जांच एजेंसी पहले ही झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ को पत्र लिख चुकी है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री से पूछताछ के दौरान पंकज मिश्रा, प्रेम प्रकाश और कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल से जुड़े सवाल भी हो सकते हैं। चर्चा है कि पंकज मिश्रा के जेल में रहते मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर भी सवाल-जवाब हो सकता है।
ईडी के 3 अफसर पहुंचे रांची
मुख्यमंत्री से पूछताछ के लिए ईडी के तीन अधिकारियों की टीम बुधवार को रांची पहुंच गई है। इनमें जांच एजेंसी के ज्वाइंट डायरेक्टर, असिस्टेंट डायरेक्टर और डिप्टी डायरेक्टर स्तर के अधिकारी शामिल हैं। पूछताछ के दौरान वीडियोग्राफी भी होगी।
उत्तराधिकारी तय करने के लिए हेमंत किए गए अधिकृत
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गुरुवार को होने जा रही ईडी की पूछताछ के मद्देनजर महागठबंधन ने हर स्थिति से निपटने को कमर कस ली है। इसके लिए रणनीति बनाई गई है। महागठबंधन विधायक दल ने किसी भी परिस्थिति में निर्णय लेने और उत्तराधिकारी तय करने लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत कर दिया है। सूत्रों के अनुसार यह सहमति बुधवार को सीएम आवास पर हुई महागठबंधन की बैठक में बनी है। चर्चा है कि हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना सोरेन को उत्तराधिकारी घोषित कर सकते हैं।
कांग्रेस से संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि यूपीए हेमंत सोरेन के साथ है। वहीं झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि पार्टी की बैठक में कोई भी निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है।
ईडी पूछताछ के पहले बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फिर हुंकार भरी। हेमंत ने अपने आवास पर झामुमो कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपका साथ रहा तो सरकार को हटाने की साजिश सफल नहीं होने देंगे।
सरकार को हटाने की साजिश सफल नहीं होने देंगे: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में सरकार वही चला सकता है जो आदिवासी – मूलवासी की भावना को समझता हो और झामुमो इसे जानता है। उन्होंने कहा कि आज कुछ षड्यंत्रकारी पनडुब्बी पानी से निकलने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन वह इस साजिश को सफल नहीं होने देंगे। सरकार को सत्ता से बेदखल करने के प्रयास में विरोधी लगे हैं, लेकिन आपलोग डटे रहे तो यह साजिश भी सफल नहीं होने देंगे। वह सबको एक-एक कर देख लेंगे।
कई नेताओं ने थामा झामुमो का दामन
मुख्यमंत्री की मौजूदगी में उनके आवास पर बीजेपी और दूसरे दल के कई नेताओं ने झामुमो का दामन थामा। दामन थामने वालों में गांडेय से पूर्व विधायक सह बीजेपी नेता जय प्रकाश वर्मा मुख्य रूप से शमिल हैं। मुख्यमंत्री ने खुद इनका स्वागत किया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि हमने यह राज्य लड़कर लिया है, लेकिन राज्य गठन के बाद बीस वर्षों तक सत्ता की कमान दुर्भाग्य से उन लोगों के हाथों में रही जिन्हें आदिवासी-मूलवासी, जल, जंगल, जमीन से कोई लेना देना नहीं है। अब हमें आदिवासी, मूलवासी और दलितों को मजबूत करना है।