मुंबई: चुनाव आयोग से शिवसेना का नाम और धनुष-बाण का निशान मिलने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का खेमा आगे की रणनीति बनाने में जुटा है। दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। वहीं, मुंबई में विधानसभा के बजट सत्र की भी तैयारी जारी है। इस बीच शिंदे गुट को इस बात की उम्मीद है कि उद्धव गुट से जारी विवाद के बीच पार्टी के सभी नेता विधानसभा में उनके व्हिप का ही पालन करेंगे। इसके अलावा गुट ने यह भी दावा किया है कि कई विधायक उनके संपर्क में हैं। आपको बता दें कि उद्धव गुट के एक एमएलसी ने शिंदे गुट का दामन थाम लिया है।
महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के मुख्य सचेतक भरत गोगावाले ने कहा, “केवल एक ही शिवसेना है। हमारे पास पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह है। सभी को हमारे साथ रहना होगा और हम जो कहते हैं उसका पालन करना होगा। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।”
इससे पहले शिवसेना ने कल सुप्रीम कोर्ट को आश्वासन दिया था कि पार्टी कम से कम दो सप्ताह तक ऐसे किसी भी नेता के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी जो मुख्य सचेतक के आदेशों के खिलाफ जाता है। गोगावाले ने कहा कि शिवसेना लोकसभा में भी अपने मुख्य सचेतक की जगह लेगी और शिंदे जल्द ही नाम की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा, “हम अभी किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे। हमारा व्हिप केवल यही कहता है कि सभी को विधानसभा सत्र में भाग लेना चाहिए।”
वहीं, गोगावले ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट के कई विधायक हमारे साथ शामिल होने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “वे हमारे पास आएंगे। हम इंतजार करो और देखो की स्थिति में हैं। यही वजह है कि आदित्य ठाकरे हर दिन दावा कर रहे हैं कि आज, कल, परसों सरकार गिर जाएगी। लेकिन वास्तविकता यह है कि हम सात महीने से सरकार चला रहे हैं। यहां तक कि शरद पवार ने भी उद्धव ठाकरे से कहा है कि हमारी सरकार नहीं गिरेगी।”
उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र के लोग जानते हैं कि एकनाथ शिंदे कैसे असंवैधानिक सरकार चला रहे हैं, जो ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी।