ठाणे. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि उनके विरोधी उन्हें और उनके नेतृत्व वाली राज्य सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वे सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा किए जा रहे ‘अच्छे कामों’ को हजम नहीं कर पा रहे हैं। शिंदे की यह टिप्पणी विपक्ष द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान को लेकर मुख्यमंत्री की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाए जाने की पृष्ठभूमि में आई है। कोश्यारी ने शिवाजी महाराज को ‘पुराने समय का आदर्श’ करार दिया था।
विपक्ष ने शिंदे पर महाराष्ट्र और कर्नाटक के मध्य जारी सीमा विवाद के बीच दूसरी तरफ ध्यान देने का आरोप भी लगाया है। शिंदे ने अपने गृह क्षेत्र ठाणे में विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत करते हुए आरोप लगाया, “मुझे और राज्य सरकार को बदनाम करने की होड़ चल रही है और हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं। शिंदे-फडणवीस सरकार द्वारा किए जा रहे अच्छे कामों को ऐसे कार्यों में लिप्त लोग हजम नहीं कर पा रहे हैं और इसलिए वे इस तरह के कार्यों में लिप्त हैं।”
‘बालासाहेबंची शिवसेना’ गुट का नेतृत्व करने वाले शिंदे ने कहा कि वह अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब शब्दों से नहीं, बल्कि कामकाज से देंगे। मुख्यमंत्री ने किसी विशेष परियोजना का नाम लिए बगैर कहा कि उद्योग रातोंरात राज्य के बाहर नहीं जाते हैं। उन्होंने कहा, “परियोजनाओं को लाने में बहुत सारी योजनाएं बनाने का काम शामिल होता है। हाल ही में एक बड़ी परियोजना महाराष्ट्र में आई थी और कई और परियोजनाएं जल्द राज्य में आ सकती हैं।”
हाल-फिलहाल में वेदांता-फॉक्सकॉन जैसी प्रमुख परियोजनाओं के गुजरात का रुख करने को लेकर महाराष्ट्र सरकार को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।