सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्कूल चलो अभियान को और भी प्रभावी बनाने के दिए निर्देश
1.88 करोड़ से अधिक बच्चों ने अभियान के तहत सफलतापूर्वक किया नामांकन, 2016-17 में लगभग 1.52 करोड़ छात्रों का हुआ था नामांकन
लखनऊ: स्कूल चलो अभियान के सफल क्रियान्वयन से राज्य के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों के नामांकन का लक्ष्य निर्धारित समय-सीमा से पहले हासिल करने की दिशा में प्रदेश सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूल चलो अभियान को और भी प्रभावी बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। योगी सरकार प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों में दो करोड़ नामांकन के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। ऐसे में सीएम ने इस अभियान को प्रभावी बनाते के लिए एक भी घर न छूटे, हर घर पहुंचें उद्देश्य पर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने बच्चों का दाखिला अधिक से अधिक कराने के निर्देश दिए हैं। सभी बच्चे यूनिफॉर्म में स्कूल आए सुनिश्चित किया जाए।
स्कूल चलो अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 4 अप्रैल को श्रावस्ती से की थी। शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में 6-14 वर्ष की आयु के 2 करोड़ बच्चों को अभियान से जोड़ने का लक्ष्य प्रदेश सरकार का है। वर्तमान में प्रदेश के 75 जिलों के 1.3 लाख स्कूलों में 1.88 करोड़ बच्चों का सफलतापूर्वक नामांकन किया गया है जो स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग के तुलनात्मक अध्ययन के अनुसार वर्ष 2016-17 में प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में लगभग 1.52 करोड़ विद्यार्थियों का नामांकन हुआ था। योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद छात्रों की संख्या बढ़कर 1.88 करोड़ हो गई है।
स्कूल चलो अभियान के तहत सभी जिलों में अभिभावकों से अपील की गई कि वे एसएमसी की बैठकों में हिस्सा लें और अपने बच्चों का नामांकन कराएं। नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षक राज्य भर में घरेलू सर्वेक्षण कर रहे हैं। इसके साथ ही अभियान के तहत ईंट भट्ठों व अन्य उद्योगों में लगे बाल मजदूरों का नामांकन कराया गया है।