नई दिल्ली: राम मंदिर के गर्भगृह में आज से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य रामलला के गर्भगृह में पहली पत्थर पूजा करेंगे. इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और भाजपा सहित संत व महंत मौजूद रहेंगे।
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया था. मंदिर की नींव का काम पूरा हो चुका है। अब रामलला जनवरी 2024 तक गर्भगृह में विराजमान रहेंगे। रामजन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दासजी ने कहा कि निर्माण पूरा होने पर 24 जनवरी 2024 के शुभ मुहूर्त में रामलला यहां विराजेंगे।
आपको बता दें कि नक्काशीदार पत्थरों से रामलला के गर्भगृह का निर्माण आज से शुरू हो जाएगा. रामलला का गर्भगृह 20 फीट चौड़ा और 20 फीट लंबा होगा. गर्भगृह की बाहरी दीवार 6 फीट मोटी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गर्भगृह के ठीक पीछे दीवार की पहली शीला की पूजा करेंगे जिसे महापीठ कहा जाता है और फिर विद्युत जामवाल की उपस्थिति में रामलला के गर्भगृह का निर्माण शुरू होगा.
मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया जा रहा है। सभी खंभों में रामकथा के प्रसंगों सहित प्राचीन पद्धति से परिसर में कुल 6400 मूर्तियों की नक्काशी की जाएगी। मंदिर का सबसे बड़ा आकर्षण यहां के स्तंभ होंगे। इन खंभों पर शिलापट्ट पर देवी-देवताओं की 16 मूर्तियां उकेरी जाएंगी। रामकथा संग्रहालय में, इन स्तंभों में 400 स्तंभों पर रामकथा के एपिसोड में वर्णित ऋषियों और देवी-देवताओं की कुल 6400 मूर्तियों को आकार देने के लिए कारीगर काम कर रहे हैं। इसके अलावा नागर शैली के उस्ताद कलाकारों द्वारा रामायण के 100 एपिसोड भी खंभों पर स्थापित किए जाएंगे।