लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को फिल्म सिटी परियोजना को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का काम छह महीने के भीतर पूरा हो जाना चाहिए। एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि फिल्म सिटी उत्तर प्रदेश की धारणा को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
उन्होंने कहा कि फिल्म सिटी के आकार में किसी भी तरह का परिवर्तन न करते हुए इसे चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस विश्व स्तरीय फिल्म सिटी की मदद से उत्तर प्रदेश के कलाकारों और अन्य राज्यों के कलाकारों को प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा, जो राज्य में रहते हुए अपने सपनों को पूरा कर पाएंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विकास में बारे में बात करते हुए कहा कि यह फिल्म सिटी न केवल फिल्म मेकर्स, बल्कि रियलिटी शोज और धारावाहिक बनने वाले निर्माताओं को भी आकर्षित करेगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
आपको बता दें कि निर्माताओं को अपने हिसाब से डिजाइनिंग करने की छूट दी गई है। मेकर्स के फीडबैक के आधार पर यह बदलाव किए गए हैं। फिल्म सिटी बनाने के लिए 2021 में पहला टेंडर जारी किया गया था, लेकिन उस वक्त भी किसी ने इसमें रुचि नहीं दिखाई थी।
इसके बाद इस टेंडर को रद्द कर 2022 में फ्रेश टेंडर जारी किया गया था उस दौरान नियमों में कई बदलाव किए गए थे जैसे कि लाइसेंस की अवधि 40 से बढ़ाकर 60 साल करना, ओटीटी और मीडिया कंपनियों का भी टेंडर स्वीकर करना इत्यादि, लेकिन इसके बावजूद में भी किसी कंपनी ने टेंडर नहीं डाले थे।