क्या बरसात के मौसम में किसी झील के किनारे या पेड़ों के रास्ते गुजर रही सड़क पर खड़े होकर भुट्टों का मजा लिया है कभी। गर्मा गर्म भुट्टे खाकर खुशनुमा मौसम और हसीन लगता है। मौसम की खूबसूरती में डूब कर शायद आपने कभी भुट्टों पर गौर नहीं किया होगा। जिन्हें छीलकर सेंका जाता है। इन्हीं छिलकों में भुट्टे के बाल भी होते हैं। ये बाल या तो निकालकर फेंक दिए जाते हैं। या, भुट्टा सेंकते समय जल जाते हैं। नर्म और मुलायम दिखने वाले भुट्टे के ये बाल कई मायनों में सेहत के लिए भुट्टे से भी ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
इसे घरेलू औषधि की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। कई छोटे मोटे रोगों पर काबू करने में भुट्टे के बाल से बनी चाय बहुत काम आती है। आपको बस इतना करना है कि भुट्टों को सेंकने से पहले उसके बालों को निकालकर रख लेना है। उन्हें अच्छे से धोएं और एक एयर टाइट कंटेनर में बंद करके फ्रिज में रख दें। कुछ दिन तक भुट्टे के बाल खराब नहीं होंगे। इन बालों में मौजूद औषधीय गुणों का लाभ आप भुट्टे के बालों की चाय बनाकर ले सकते हैं।
भुट्टे के बाल में मौजूद पौषक तत्व
भुट्टे के बाल में कई तरह के न्यूट्रिशन मौजूद होते हैं। इन बालों में विटामिन ए, बी2, सी, ई, के मौजूद होता है। इसके अलावा कई तरह के मिनरल्स भी इनमें भरपूर होते हैं। कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन इनमें भरपूर मिलता है। साथ ही इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
भुट्टे के बालों की चाय के फायदे
भुट्टे के बालों की चाय से शरीर डिटोक्स होता है। जिससे वजन घटना शुरू हो जाता है। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर्स भी वेटलॉस में मदद करते हैं।
डायबिटीज में
जिन्हें डायबिटीज है वो भी दिन में एक बार भुट्टे के बालों की चाय पी सकते हैं। ये चाय शरीर में मौजूद इंसुलिन को एक्टिवेट करते हैं। जिससे शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है। जानवर पर किए गए एक अध्ययन में उल्लेख किया गया है कि डायबिटिक चूहों को जब मकई के रेशे में मिलने वाला फ्लेवोनोइड दिया गया तो, कंट्रोल ग्रुप के चूहों के मुकाबले उनके ब्लड शुगर लेवल में गिरावट देखी गई।
किडनी के लिए
भुट्टे के बालों की चाय से किडनी की क्लीनिंग भी होती है। साथ ही पथरी का खतरा भी कम होता है। हालांकि इस चाय के लगातार सेवन से यूरिन बार बार आने की समस्या हो सकती है। लेकिन जिनकी किडनी में कुछ समस्या है। उनके लिए ये फायदेमंद है। इस चाय से शरीर में जमा नाइट्रेट भी बाहर निकल जाता है जो किडनी के स्टोन के संकट को टालता है।
हाई ब्लड प्रेशर में
भुट्टे के बालों की चाय से यूरिन आने की फ्रिक्वेंसी बढ़ जाती है। इससे शरीर में बढ़ रहा सोडियम भी यूरिन के जरिए बाहर हो जाता है। जिससे बीपी नियंत्रण में रहता है। हालही में हुए शोध से संकेत मिलता है कि यह रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर और सूजन को कम करने में भी मदद कर सकता है।
एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से भरा
भुट्टे के बालों में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। जिससे शरीर में होने वाली सूजन में भी राहत मिलती है। शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन पैदा होना प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का हिस्सा है। हालांकि, ज्यादा सूजन कई प्रकार की बीमारियों से भी जुड़ा हो सकती है, जो हृदय रोग और मधुमेह के कारण हो सकता है।
टेस्ट-ट्यूब और जानवरों की एक रिसर्चमें पाया गया है कि भुट्टे के रेशमी बालों का अर्क सूजन पैदा करने वाले दो मेजर इंफ्लेमेट्री कंपाउंड की गतिविधि को दबा देते हैं।
भुट्टे के बाल की चाय कैसे बनाएं?
1. एक बर्तन में एक गिलास पानी गर्म होने रखें।
2. पानी में उबाल आने पर भुट्टे के बाल डाल दें।
3. कुछ देर और उबलने दें और गैस बंद कर दें।
4. बीस मिनट के लिए बर्तन को ढंक दीजिए। इसके बाद भुट्टे के बाल के उबले पानी में नींबू मिलाइए।
इस पानी को आप दो से तीन दिन तक उपयोग कर सकती हैं। बस इसे फ्रिज में रख दें। जब भुट्टे के बालों की चाय पीने का मन करे तब पानी निकालें गर्म करें और पी जाएं। वैसे सुबह खाली पेट इस चाय को पीना ज्यादा फायदेमंद है।
क्या रखें सावधानियां?
1. ये चाय आप एक दिन में बार बार नहीं पी सकते। इसे एक दवा की तरह ही समझें और एक खुराक से ज्यादा न लें।
2. गर्भवती महिलाएं और ब्रेस्ट फीडिंग करवाने वाली महिलाओं को भुट्टे के बालों से बनी चाय नहीं पीनी चाहिए।
3. इस चाय से यूरिन ज्यादा आती है। लेकिन बहुत ज्यादा मात्रा में बढ़ जाए तो इस चाय का सेवन रोक देना चाहिए।
4. इसी वजह से शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है। इसलिए भुट्टे की चाय पी रहे हों तो पानी का सेवन भी ज्यादा करें।
भुट्टे के बालों से बनी चाय एक नेचुरल दवा के रूप में काम करती है, इसलिए अगली बार आप जब भी भुट्टा खाएं तो इसके बालों को डस्टबिन में फेकने से बचें।