Commonwealth Games 2022: विजय कुमार यादव ने जीता जूडो में कांस्य पदक
Commonwealth Games 2022: इंग्लैंड के बर्मिंघम में चल रहे 18वें कॉमनवेल्थ गेम्स में जूडो खिलाड़ी विजय कुमार यादव (60 किलो) ने कांस्य पदक हासिल कर गोरखपुर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह और प्रो. विजय चहल समेत क्रीड़ा परिषद के पदाधिकारियों ने विजय को बधाई दी है। विजय ने भी पदक को अपने गुरुओं को समर्पित किया है।
Commonwealth Games 2022: गोरखपुर विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के आचार्य प्रो. विजय कुमार चहल ने बताया कि जूडो के प्रति ऐसा समर्पण आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेगा। विजय को खेल के आगे और कुछ दिखाई नहीं देता। अपना दर्द, तकलीफ वह प्रैक्टिस के दौरान भूल जाता है। बातूनी नहीं है, मगर मैट पर अपने प्रदर्शन से बोलता है।
एक सामान्य दिनचर्या में जितनी प्रैक्टिस खिलाड़ी कर सकता है, विजय उससे दो से तीन घंटे अधिक समय तक प्रैक्टिस करता है। इनाम की राशि का इस्तेमाल भी वह अपनी प्रैक्टिस पर खर्च करता है। जो आर्थिक मदद सरकार से मिली, उसी से विजय ने जापान, स्पेन, क्रोएशिया, बुडापेस्ट में जाकर प्रशिक्षण लिया।
मूलरूप से बनारस के रहने वाले विजय यादव गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध गुरुकुल पीजी कॉलेज ददरी में एमए अंतिम वर्ष के छात्र हैं। वर्ष 2009 में विजय यादव गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रो. विजय चहल और कोच काशी के संपर्क में आए। दोनों के मार्गदर्शन में रीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम में जूडो की प्रैक्टिस प्रारंभ की।
विजय की उपलब्धि पर उनका परिवार ही नहीं पूरे गांव में खुशी का माहौल है. कॉमवेल्थ गेम्स में उन्हें परफॉर्म करते देखने के लिए उनके बड़े भाई अजय यादव भी छुट्टी लेकर घर आए थे. अजय सेना में जवान हैं और फिलहाल श्रीनगर में पोस्टेड हैं.
परिवार ने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम तो उसकी परफॉर्मेंस के वक्त टीवी बंद करके प्रार्थना किए जा रहे थे. जब मेडल की खबर मिली तब फिर से टीवी ऑन किया था और उसे मेडल लेते टीवी पर देखा. विजय के पिता ने कहा कि मेरे बेटे ने बहुत मेहनत की है. मैं लोहे के कारखाने में काम करता था और फिर वह काम भी छूट गया था. उसने अपने दम पर यह सफलता पाई है. प्रैक्टिस के लिए वह कई किमी. रोज पैदल साइकिल चलाता था.
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