नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के बीच सबकुछ ठीक नहीं लग रहा है। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने शिवसेना को हिदायत दी है कि पार्टी के नेता मीडिया में बयानबाजी की बजाय सीटों के बंटवारे पर मिलकर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में टूट के बाद दोनों दल पहले से कमजोर हो गए हैं और किसी को नहीं पता कि उनके साथ अब कितने वोटर बचे हैं। निरुपम ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की ताकत साफ नजर आ रही है।
बता दें कि कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस के मौके पर नागपुर में एक बड़ी रैली हो रही है जिसमें पार्टी के लगभग सभी प्रमुख नेता हिस्सा ले रहे हैं। इस बारे में बात करते हुए निरुपम ने कहा, ‘कांग्रेस की आज सभा हो रही है और हम तैयार हैं। संजय राऊत और शिवसेना (UBT) ने सामना के जरिये अपने सहयोगी BJP के खिलाफ लिख-लिखकर गठबंधन तोड़ दिया। आज वे यही काम कांग्रेस के साथ कर रहे हैं। कांग्रेस को अहंकारी और न जाने क्या-क्या बोल रहे हैं।’
कांग्रेस नेता निरुपम ने कहा कि टूट के बाद से शिवसेना और NCP कमजोर हो गई हैं, जबकि कांग्रेस अभी भी ताकतवर है। उन्होंने कहा, ‘अब शिवसेना टूट गई है। एनसीपी भी टूट गई है। ऐसे में न शिवसेना मजबूत रह गई है और न ही NCP। उनके साथ कितने वोटर हैं, ये कोई नहीं जानता। वहीं, कांग्रेस की ताकत दिख रही है। इसलिए ये (उद्धव गुट की शिवसेना के नेता) मीडिया में बयानबाजी न करें और अगर सीटों के बंटवारे पर गंभीर हों तो टेबल पर चर्चा करें।’
अयोध्या के राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस के शामिल होने पर निरुपम ने कहा, ‘राम मंदिर का हम स्वागत ही करते हैं। राम हमारे भी दिल में हैं। निश्चित ही सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे आयोध्या जाएंगे। उन्हें न्यौता मिला है। वह नहीं गये तो कांग्रेस का कोई प्रतिनिधि जाएगा।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने क्राउड फंडिंग की मुहिम शुरू की है और उसी कड़ी में लोगों से आज सभा में डोनेशन देने की अपील की है।