नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने हाल ही में बड़ा दावा करते हुए कहा था कि दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के घर के रेनोवेशन पर जमकर फिजूलखर्ची की गई है। अजय माकन ने इस संबंध में दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना को खत भी लिखा था। अब LG वीके सक्सेना ने इस केजरीवाल के घर के रेनोवेशन पर हुए कुल खर्चे को लेकर मुख्य सचिव से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
LG को लिखे खत में कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय माकन ने दावा किया था कि सीएम केजरीवाल के घर के रेनोवेशन पर 45 करोड़ रुपये नहीं बल्कि 171 करोड़ रुपये लगे थे। यह पैसे उस समय खर्च किये गये थे, जब दिल्ली में कोरोना महामारी कहर बरपा रही थी और मरीज अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे थे। इसके साथ ही कांग्रेस नेता माकन ने अरविंद केजरीवाल के आवास निर्माण के दौरान फिजूलखर्ची, वातारण को पहुंचे नुकसान और विरासत संरक्षण जैसे नियम तोड़ने पर भी चिंता प्रकट की थी। अजय माकन ने कहा था कि केजरीवाल के नए घर को सजाने में कुल 171 करोड़ रुपये फूंके गए थे। इस दौरान फ्लैगस्टाफ रोड पर मुख्यमंत्री के घर के पास स्थित 22 में से 15 अधिकारियों के घर या तो ध्वस्त कर दिए गए या फिर खाली करवा दिए गए। जिनके घर बच गए थे, उन्हें कहा गया कि उन्हें दोबारा आवास उपलब्ध करवा दिया जाएगा। इस दौरान 126 करोड़ रुपये 21 नये प्रकार के फ्लैट को खऱीदने में खर्च किए गए।
इस पत्र के मिलने के बाद उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव से बातचीत कर 7 दिनों के भीतर इसकी विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। दावा किया जा रहा है कि सीएम केजरीवाल का बंगला बनाने के दौरान मास्टर प्लान दिल्ली 2021 का उल्लंघन किया गया। अजय माकन ने आरोप लगाते हुए कहा है कि यह आवास सिविल लाइंस ओल्ड बंगला जोन में स्थित है औऱ यह क्षेत्र मास्टर प्लान 2021 के तहत संरक्षित है। बता दें कि, टाइम्स नाउ नवभारत द्वारा किए गए ऑपरेशन शीशमहल में केजरीवाल के घर पर हुए खर्चे का खुलासा किया गया था, जिसके बाद से इसपर बवाल मचा हुआ है।