नई दिल्लीः कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। दिग्गज पूर्व कांग्रेस नेता अहमद पटेल के बेटे फैसल ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर बताया कि वह उपेक्षित महसूस कर रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे हाशिए पर ढकेल दिया गया था। गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर फैसल ने पटेल एक भावुक पोस्ट की। उसमें उन्होंने लिखा कि कांग्रेस के साथ उनका सफर चुनौतीपूर्ण रहा है, उन्होंने कहा कि अपने पिता के नक्शेकदम पर चलने के प्रयासों के बावजूद, उन्हें अक्सर दरकिनार किया जाता था
फैसल पटेल ने लिखा कि “बहुत दर्द और पीड़ा के साथ, मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए काम करना बंद करने का फैसला किया है। यह कई, कई वर्षों के लिए एक कठिन यात्रा रही है। मेरे दिवंगत पिता अहमद पटेल ने अपना पूरा जीवन देश, पार्टी और गांधी परिवार के लिए काम करते हुए दिया। मैंने उनके नक्शेकदम पर चलने की कोशिश की, लेकिन हर कदम पर मुझे मना कर दिया गया।”
फैसल पटेल ने पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए पार्टी के साथ अपने भावनात्मक जुड़ाव की पुष्टि की। फैसल अन्य तरीकों से समाज की बेहतरी के लिए काम करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “मैं मानवता के लिए हर संभव तरीके से काम करना जारी रखूंगा। कांग्रेस पार्टी हमेशा की तरह मेरा परिवार बनी रहेगी। मैं सभी कांग्रेस नेताओं, पार्टी कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरा समर्थन किया है।”
अहमद पटेल अपने गृह राज्य गुजरात से पांच बार उच्च सदन के लिए चुने गए थे। उन्होंने कांग्रेस के कोषाध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर काम किया था। पटेल 2017 में एक कड़े मुकाबले में राज्यसभा के लिए चुने गए थे, जिसने काफी सियासी हलचल पैदा की थी। उन्हें कोविड-19 के कारण जटिलताओं का सामना करना पड़ा और नवंबर 2020 में गुड़गांव के एक अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई।
बता दें कि अहमद पटेल कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में मजबूत नेताओं मे से एक थे। उन्हें गांधी परिवार का सबसे करीबी माना जाता था। इसके अलावा सोनिया गांधी के विश्वासपात्र नेता थे। हालांकि राहुल गांधी के पावर में आते कांग्रेस में युवाओं को मौका देने के नाम पर अहमद पटेल को किनारे लगा दिया गया था।