कर्नाटक में महज 7 फीसद वोट के ‘जादू’ से बढ़ गईं कांग्रेस की 70 सीटें! 2018 और इस चुनाव में कैसे बदला समीकरण ?
बैंगलोर: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत हासिल करते हुए 224 में से 135 सीटों पर जीत दर्ज किया है। वहीं, भाजपा को 65 और JDS को 19 सीटों से संतोष करना पड़ा हैं। हालाँकि, गौर करने वाली बात ये भी है कि, कर्नाटक चुनावों के नतीजों में भाजपा ने अपने पिछली बार के कुल 36 फीसद वोट शेयर को बरकरार रखा, मगर विधानसभा में अपनी मौजूदा 116 सीटों में से 40 फीसद से अधिक सीटें हार गई।
बता दें कि, भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनावों में 36 फीसद वोट शेयर के साथ महज 65 सीटें जीतीं हाँ, वहीं 2018 में चुनाव में इतने ही वोट फीसद के साथ उसने 104 सीटों पर कब्ज़ा जमाया था। एक बड़ा तथ्य ये भी है कि भाजपा का यह वोट शेयर अधिकतर कर्नाटक के सिर्फ दो क्षेत्रों से आया है – पुराना मैसूर और बेंगलुरु। वहीं, 2018 के चुनावों में यह वोट शेयर हर जगह से आया था। हालांकि, दक्षिण कर्नाटक में भाजपा ने बिना सीटें जीते JDS के वोट शेयर में सेंध लगाई है।
बता दें कि, इस साल रिकॉर्ड 73 फीसद मतदान दर्ज किया गया था। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों में कांग्रेस, भाजपा और JDS द्वारा अर्जित किए गए वोट शेयर पर एक नजर डालें, तो पता चलता है कि कांग्रेस ने अपना वोट शेयर 2018 में 38 फीसद और 80 सीट से बढ़ाकर इस साल 43 फीसद और 135 सीटें कर लिया है। यानी, केवल, 7 फीसद वोट बढ़ने से इस चुनाव में कांग्रेस की 55 सीटें बढ़ गई हैं। जबकि 19 सीटें जीतने वाली JDS का वोट शेयर 18 फीसद (37 सीट) से घटकर 13 फीसद रह गया। इस तरह से देखा जाए, तो कांग्रेस और भाजपा के वोट शेयर में मात्र 7 फीसदी के अंतर के बावजूद दोनों पार्टियों के बीच लगभग 70 सीटों का अंतर आया है।