नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से ग्रामीण ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और यूपीआई जैसी डिजिटल सेवाओं से जोड़ने की अपील की है। मंत्री ने बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के आठ आरआरबी के साथ शुक्रवार को पटना में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान डिजिटल समावेशन के महत्व पर जोर दिया।
बैठक में सीतारमण ने आरआरबी को डिजिटल सेवाओं के लिए ग्राहकों को शामिल करने को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने इसके लिए दिसंबर 2024 तक इस कार्य को पूरा करने की समय सीमा तय की। उन्होंने आरआरबी को अपने प्रायोजक बैंकों के समर्थन से अपने ग्राहकों के बीच डिजिटल सेवाएं अपनाने को बढ़ावा देने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा , “आरआरबी को इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और यूपीआई जैसी डिजिटल सेवाओं से ग्राहकों को जोड़ने को प्राथमिकता देनी चाहिए उन्होंने व्यवसाय विकास को बढ़ावा देने के लिए ऋण प्रवाह बढ़ाने के महत्व पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से कृषि और सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों से जुड़ी गतिविधियों के लिए।”
सीतारमण ने महिला स्वयं सहायता समूहों को ऋण प्रवाह बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने राज्य सरकारों से नाबार्ड और सिडबी के साथ मिलकर एसएचजी को उद्यम के रूप में विकसित करने में मदद करने का आग्रह किया। उन्होंने क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट कार्यक्रम की क्षमता की ओर इशारा किया और वित्तीय संस्थानों को एसएचजी को प्रशिक्षण और विपणन सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।