रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के दिव्य मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस बीच राम मंदिर समेत 70 एकड़ अधिग्रहीत परिसर एवं विस्तारित क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर डबल बैरीकेडिंग का काम भी समानांतर चल रहा है। बैरीकेडिंग को डबल लेयर बनाने के लिए राम मंदिर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में शांति भवन से लेकर गोकुल भवन के पहले तक 50 मीटर लंबाई में गहरी नींव खोदी गयी। अब नींव भराई के बाद इस पर लोहे की बैरीकेडिंग लगाई जाएगी।
मालूम हो कि छह दिसम्बर 1992 की घटना के बाद सात जनवरी 1993 को केन्द्र सरकार ने अयोध्या विशेष एक्यूजीशन एक्ट के अन्तर्गत 2.77 एकड़ विवादित परिसर सहित आसपास में करीब 70 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कर लिया था। इसके साथ अधिग्रहीत परिसर की परिधि के बाहर बैरीकेडिंग भी कराई गई थी। पश्चिम दिशा में पीएसी कैंप के निवास के कारण उनके आवागमन के लिए सिंगल बैरीकेडिंग के साथ छोटा रास्ता भी खोला गया था। सुप्रीम फैसले के बाद रामजन्मभूमि का सम्पूर्ण परिसर श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के हवाले हो गया है। तो मंदिर निर्माण और परिसर के विकास की दृष्टि से पीएसी कैंप को शिफ्ट किया जा रहा है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा. अनिल मिश्र ने बताया कि यहां डबल बैरीकेडिंग कराने के लिए नींव खोदकर निर्माण हो रहा है जिससे परिसर को सुरक्षित किया जा सके।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से करीब डेढ़ मिनट का वीडियो सोशल मीडिया में साझा किया गया है। श्रीराम जय राम जय जय राम संकीर्तन के साथ चल रहे वीडियो में राम मंदिर के अपर प्लिंथ की बाहरी दीवार दिखाई जा रही है। इस दीवार पर बंशीपहाड़पुर के लाल बलुआ पत्थरों पर नागर शैली की खूबसूरत नक्काशी की गई है। वहीं इसके ऊपर श्रमिक गर्भगृह के पत्थरों का निर्माण करते हुए दिखाई दे रहे हैं। तीर्थ क्षेत्र वीडियो के जरिए पत्थरों की नक्काशी के बारीक काम को विशेष रुप से हाईलाइट करने की कोशिश की। मालूम हो कि पत्थरों की नक्काशी का काम राजस्थान के भरतपुर में एलएण्डटी व टाटा इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी के निर्देशन में चल रही तीन कार्यशाला में चल रहा है।
लखनऊ में मीटिंग के कारण देर से पहुंचे चेयरमैन
राम मंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा शनिवार से प्रस्तावित भवन निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में की जाएगी। इस बैठक के लिए भवन निर्माण समिति चेयरमैन व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पूर्व सलाहकार नृपेन्द्र मिश्र शुक्रवार की देर शाम अयोध्या पहुंच गये। सर्किट हाउस में विश्राम से पहले उन्होंने हनुमानगढ़ी में पहुंचकर आराध्य का दर्शन पूजन किया। जानकारी के अनुसार सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी मिश्र दिल्ली से चलकर दोपहर लखनऊ पहुंच गये। वहां उन्होंने शासन के अधिकारियों के साथ अयोध्या की विकास योजनाओं के ड्राफ्ट पर विचार विमर्श किया। वहीं शनिवार को वह तकनीकी विशेषज्ञों के साथ मंदिर निर्माण व यात्री सुविधा केंद्र स्थल का निरीक्षण करेंगे। पुनः परिसर में ही एलएण्डटी व टीईसी के अभियंताओं व तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ भावी योजना का खाका तैयार करेंगे।