मुंबई : कंगना रनौत अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ रिलीज से पहले ही मुश्किलों में फंसती नजर आ रही है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने सिख समुदाय के नेताओं को भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार कानूनी सलाह लेने के बाद राज्य में कंगना रनौत अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करेगी। रेड्डी सरकार के सलाहकार मोहम्मद अली शब्बीर ने इसकी जानकारी दी है।
दरअसल, भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की पूर्व अधिकारी तेजदीप कौर मेनन के नेतृत्व में तेलंगाना सिख सोसाइटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने सचिवालय में शब्बीर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ‘इमरजेंसी’ की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की। शब्बीर ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने फिल्म में सिख समुदाय के प्रदर्शन पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
बयान के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि ‘इमरजेंसी’ में सिखों को आतंकी और राष्ट्र-विरोधी तत्व के रूप में दिखाया गया है। यह अपमानजनक और समुदाय की छवि को ठेस पहुंचाने वाला है। शब्बीर ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वह तेलंगाना में ‘इमरजेंसी’ के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करें। शब्बीर ने रेड्डी से मुलाकात के बाद बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कानूनी सलाह लेने के बाद इस मुद्दे पर फैसला किया जाएगा।
संगठन के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया है कि कंगना की फिल्म सिखों को ‘आतंकवादी और एंटी-नेशनल’ दिखाती है, और सिखों को इस तरह दिखाया जाना ‘भावनाओं को आहत करता है’ और उनकी छवि को नुकसान पहुंचाता है. प्रेस रिलीज में शब्बीर ने बताया कि मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने सिख समुदाय के नेताओं को आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार कानूनी सलाह ले रही है और कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को बैन करने पर विचार कर रही है.
बता दें, ‘इमरजेंसी’ में कंगना, भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभा रही हैं. फिल्म में लीड रोल करने के साथ-साथ कंगना इस फिल्म की प्रोड्यूसर और डायरेक्टर भी हैं. हाल ही में कंगना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि ‘सच्चाई दिखाने के मामले में’ उनकी फिल्म की तुलना ऑस्कर विनिंग हॉलीवुड फिल्म ‘ओपेनहाइमर’ से की जा सकती है. ‘इमरजेंसी’ 6 सितंबर को थिएटर्स में रिलीज होगी.