नई दिल्ली : देश का पहला क्वांटम कंप्यूटिंग आधारित दूरसंचार नेटवर्क लिंक अब दिल्ली में शुरू हो गया है। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को ये जानकारी दी। पहले अंतरराष्ट्रीय क्वांटम एन्क्लेव में वैष्णव ने कहा कि क्वांटम संचार लिंक अब संचार भवन और राष्ट्रीय राजधानी में सीजीओ कॉम्प्लेक्स में स्थित राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र कार्यालय के बीच चालू हो गया है।
वैष्णव ने कहा कि संचार भवन और एनआईसी, सीजीओ कॉम्प्लेक्स के बीच पहला क्वांटम सुरक्षित संचार लिंक अब शुरू हो गया है। उन्होंने एथिकल हैकर्स को इसे तोड़ने की भी चुनौती दी। उन्होंने सिस्टम के एन्क्रिप्शन को तोड़ने वाले हैकर्स के लिए 10 लाख रुपये की पुरस्कार राशि की घोषणा की।
वैष्णव ने कहा कि हम एक हैकथॉन, एक चुनौती दौर भी शुरू कर रहे हैं, जो कोई भी सी-डॉट द्वारा विकसित इस प्रणाली को तोड़ेगा, हम हर ब्रेक के लिए 10 लाख रुपये देंगे। उन्होंने क्वांटम कंप्यूटिंग फर्मों की एक छोटी प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया और उन्हें संचार नेटवर्क और भारतीय रेलवे के लिए पायलट प्रोजेक्ट चलाने के लिए आमंत्रित किया।
वहीं, वैष्णव ने एआई टूल्स के बारे में कुछ हफ्तों में एक बड़ी घोषणा का संकेत दिया। इस सवाल पर कि क्या भारत एआई टूल्स चैटबॉट (AI tools ChatGPT) जैसा कुछ बना सकता है, इस पर मंत्री ने कहा कि कुछ सप्ताह प्रतीक्षा करें, एक बड़ी घोषणा होगी। यह पूछे जाने पर कि बड़ी घोषणा क्या हो सकती है, मंत्री ने कहा, संसद सत्र चल रहा है, इसलिए मैं कुछ नहीं कह सकता। उन्होंने और अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। वैष्णव इंडिया ग्लोबल फोरम के कार्यक्रम में बोल रहे थे।
बता दें कि नया AI चैटबॉट टूल ChatGPT सैन फ्रांसिस्को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी ओपनएआई (OpenAI) द्वारा बनाया गया। पिछले कुछ हफ्तों में इसकी लोकप्रियता में विस्फोट हुआ है और सुर्खियां बटोर चुका है। इसे सवालों के उत्तर देने, उपयोगकर्ता के संकेतों का जवाब देने और ऑनलाइन जानकारी के आधार पर स्क्रिप्ट, भाषण, गाने के बोल, होमवर्क सामग्री, लेख, मार्केटिंग कॉपी, कक्षा निबंध और यहां तक कि शोध पत्र का मसौदा तैयार करने का काम सौंपा जा सकता है।