नई दिल्ली: केरल के कोच्चि में शुरू हुई देश की पहली वाटर मेट्रो के पहले दिन यात्रियों की रिकार्ड तोड़ भीड़ हुई. इसमें सफर करने के लिए लंबी-लंबी लाइन लग गईं. प्रधानमंत्री ने 25 अप्रैल को वाटर मेट्रो का उद्घाटन किया है. इसके अगले दिन इसे आम जनता के लिए खोला गया. लोगों की भीड़ को देखते हुए तय अंतराल के बजाए कम अंतराल में मेट्रो चलानी पड़ी.
कोच्चि वाटर मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारी साजन जॉन ने बताया कि शहर के लोगों में वाटर मेट्रो को लेकर गजब का क्रेज दिखा. स्टेशन पर पहले दिन 100 मीटर लंबी लाइन लग गई. सभी वाटर मेट्रो में सफर करने को बेताब दिखे. शुरू में वाटर मेट्रो केरल हाई कोर्ट से वाइपिन और वायटिला और कक्कनाड तक चल रह रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए वाटर मेट्रो का गैप 8 से 15 मिनट रखा गया है, लेकिन पहले दिन भीड़ को देखते हुए दो वाटर मेट्रो के बीीच अंतराल कम करना पड़ा. अभी वाटर मेट्रो केवल छह टर्मिनल तक जाएगी लेकिन भविष्य में 38 टर्मिलन को कवर करेगी.
कोच्चि वाटर मेट्रो के अनुसार मेट्रो पूरी तरह से संचालित होने के बाद 34000 लोग रोजाना सफर कर सकेंगे. मेट्रो कुल 76 किमी लंबा सफर तय करेगी. वाटर मेट्रो 10 द्वीप को कनेक्ट करेगी. इसकी स्पीड 8 से 10 किमी. है. मौजूदा समय 8 वाटर मेट्रो संचालित हो रही हैं, भविष्य में 78 वाटर मेट्रो संचालित होंगी.
एक वाटर मेट्रो में 50 लोगों के बैठने और 50 लोगों के खड़े होने की व्यवस्था है. यानी एक वाटर मेट्रो में 100 लोग सफर कर सकते हैं. चूंकि वाटर मेट्रो कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड का हिस्सा है, इसलिए मेट्रो औरवाटर मेट्रो दोनों के लिए एक ही कार्ड हैं, जिससे लोग सुविधाजनक ढंग से इस्तेमाल कर सकते हैं. वाटर मेट्रो का कुल बजट 1136 करोड़ रुपये है और एक वाटर मेट्रो की कीमत करीब 8 करोड़ रुपये है.
दोनों रूटों का न्यूनतम किराया 20 रुपये और अधिकतम 40 रुपये है. टिकट के अलावा वाटर मेट्रो के लिए पास साप्ताहिक, मासिक और तिमाही पास भी हैं. सात दिनों वाले मेट्रो पास में 12 ट्रिप कर सकते हैं और इसकी कीमत 180 रुपये है. मासिक पास 600 रुपये का है. इसमें 30 दिनों में 50 ट्रिप कर सकते हैं. तिमाही पास की 1500 रुपये का है. इसमें 90 दिनों में 150 ट्रिप की जा सकती हैं.