नई दिल्ली: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने साल 2022 में आतंक विरोधी अभियानों और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में बड़ी सफलता हासिल की है। बीते साल सीआरपीएफ ने 128 मुठभेड़ों में 148 आतंकवादियों एवं माओवादियों का सफाया किया। वहीं वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में 2022 में रिकॉर्ड 48 फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) स्थापित किए गए हैं। सीआरपीएफ की तरफ से ये जानकारी साझा की गई है। सीआरपीएफ ने बताया कि देश की अंदरुनी सुरक्षा में शामिल सीआरपीएफ को वामपंथ के खतरे का मुकाबला करने, जम्मू कश्मीर में आतंकवादी विरोधी अभियानों और पूर्वोत्तर में उग्रवाद विरोधी अभियानों में तैनात किया जाता है। फोर्स की तरफ से जारी आधिकारिक आंकड़े के अनुसार सीआरपीएफ ने बीते साल 2022 में 128 मुठभेड़ों में 148 आतंकवादियों एवं माओवादियों का सफाया किया है।
एक अधिकारी ने बताया कि मार गिराए गए असामाजिक तत्वों में जम्मू-कश्मीर में 135 आतंकवादी, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों में 12 माओवादी और असम में 1 उग्रवादी को ढेर किया गया है। वहीं सीआरपीएफ ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों बीते साल रिकॉर्ड 48 फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) स्थापित किए गए हैं। इनमें से अधिकतम 20 झारखंड और 13 छत्तीसगढ़ में स्थापित किए गए हैं।
वहीं बीते साल सीआरपीएफ ने 1,883 आतंकवादियों/माओवादियों/विद्रोहियों को पकड़ने में सफलता पाई है, इनमें जम्मू कश्मीर में 209, वामपंथी उग्रवाद से जुड़े 485, उत्तर पूर्व में 1,175 और बाकी जगह 14 लोग शामिल हैं। इसके अलावा 1,767 ने बल के सामने आत्मसमर्पण भी किया। वहीं बीते साल बड़ी संख्या में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक की बरामदगी भी की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की महिला पथ संचलन और बैंड टुकड़ी दिल्ली में आगामी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा होगी। अधिकारियों ने बताया कि यह टुकड़ी फिलहाल कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी के इस राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए अभ्यास कर रही है। उसे गणतंत्र दिवस 2023 के लिए केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए ध्येय वाक्य ‘नारी शक्ति’ के तहत शामिल किया गया है।