कानपुर। साइबर ठगी करने वालों ने अब ऐसा रास्ता निकाला है, जिसमें पैसों के साथ-साथ ही इज्जत को तार-तार करने की धमकी देकर वह लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। कुछ चाइनीज ऐप जो मोबाइल पर डाउनलोड करने के बाद छोटी-छोटी रकम लोन के रूप में देते हैं और फिर ग्राहक से 2 गुना या 3 गुना रकम की वसूली करते हैं। रकम न देने पर बार-बार फोन करके उन्हें धमकाते हैं और ग्राहकों से समाज में उनकी इज्जत को गिराने की धमकी देते हैं। कानपुर पुलिस ने जब इस गिरोह को पकड़ा तब पूरा मामला सामने आया।
दरअसल, आमतौर पर छोटे लोन बैंक से या क्रेडिट कार्ड से मिल जाते हैं, लेकिन मौजूदा समय में मोबाइल पर ही कुछ चाइनीज ऐप और गेम आए हुए हैं, जिन्हें डाउनलोड करने के बाद आपका सारा डाटा साइबर ठग के पास चला जाता है। जिसमें आपके फोन की गैलरी की सभी फोटो वीडियो और कांटेक्ट चले जाते हैं। जिसके बाद वीडियो और फोटोज को एडिट कर वह ग्राहकों को धमकाने लगते हैं और उनसे मोटी रकम वसूलते हैं।
मोबाइल का इस्तेमाल करने वाले लोग इनका शिकार इसलिए बन जाते हैं क्योंकि एक क्लिक पर पैसा आपको मिल जाता है। यह रकम 2000, 5000, 8000 या 10000 की होती है। उसके बाद इन साइबर ठगों का खेल शुरू हो जाता है और बार-बार फोन करके लोन लेने वाले को धमकाने लगते हैं। उनकी इज्जत को तार-तार करने और समाज में उनको बदनाम करने की धमकी देने लगते हैं।
कानपुर क्राइम ब्रांच ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है। जब कोतवाली में एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके साथ 11 लाख रुपए की ठगी हुई है। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों की गिरफ्तारी की तो पता चला कि यह लोग किस तरह से चाइनीज ऐप को डाउनलोड करा कर लोगों से ठगी करते थे। लोगों का डाटा कुछ इस तरह से हैक होता था कि वह सीधे चीन के हांगकांग पहुंच जाता था।
पुलिस की अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि चाइना में करीब 2500 भारत के मोबाइल नंबर सक्रिय हैं, जो इसी गिरोह से ताल्लुक रखते हैं। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटील ने अपनी टीम के साथ इस पूरी घटना का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर आगे भी जांच की जाएगी। यह भी पता लगाया जाएगा कि अब तक का केवल कानपुर में कितने लोग इस तरह से शिकार हुए हैं। ऐसी कितनी एप्लीकेशन क्राइम ब्रांच में आई हैं, जिसमें लोन वसूली के नाम पर बार-बार रकम मांगी जा रही है और उनके फोटो व वीडियो वायरल करने की धमकी दी जा रही है।