ढाका: विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने शुक्रवार (12 मई) को बताया कि उष्णकटिबंधीय चक्रवात मोचा (Mocha) बेहद खतरनाक हो गया है. ये बांग्लादेश में बने विश्व के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर को प्रभावित कर सकता है. WMO के क्लेयर नुलिस ने जिनेवा प्रेस ब्रीफिंग करते हुए जानकारी दी है कि 2-2.5 मीटर की लहर से आ रहा तूफान के कारण, उत्तरी म्यांमार के अलावा बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने का अनुमान है, जिसके कारण भूस्खलन भी संभव है.
बता दें कि ये एक बेहद खतरनाक चक्रवात है. जो हिसंक हवाओं से जुड़ा हुआ है. जिसके कारण सैकड़ों लोग का जीवन प्रभावित होगा. ये चक्रवात रविवार (14 मई) को बांग्लादेश में लैंडफॉल बनाने के लिए तैयार है. ये चक्रवात बांग्लादेश के कॉक्स बाजार के दक्षिणपूर्वी सीमावर्ती जिले को भी प्रभावित करेगा. यहां पर लगभग 1 लाख रोहिंग्या शरणार्थी रहते हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में पड़ोसी म्यांमार में सैन्य कार्रवाई के बाद ज्यादातर रोहिंग्या यहां से पलायन कर गए थे. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के प्रवक्ता ओल्गा सर्राडो ने कहा है कि, आवश्यकता पड़ने पर शिविर को आंशिक तौर पर खाली कराया जाएगा. एजेंसी ने बताया कि वो लोगों के लिए गर्म भोजन और जेरीकैन भी भेजने की तैयारी कर रही थी.
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि शिविर के लिए कुछ 33 मोबाइल मेडिकल टीमों को तैयार किया गया है. साथ ही 40 एम्बुलेंसों के साथ-साथ इमरजेंसी सर्जरी और हैजा किटों को पहले से ही तैनात कर दिया गया है. WHO की मार्गरेट हैरिस ने बताया कि यदि इस चक्रवात के स्तर में बदलाव होता है, तो डर की बात है. इसके लिए हमें पहले से तैयार रहना होगा.