अहमदाबाद (Ahmedabad)। अरब सागर में बना चक्रवात बिपरजॉय गुजरात (Biperjoy Gujarat) के समुद्र के निकट पहुंचता जा रहा है। गुरुवार शाम इसके कच्छ जिले के जखौ बंदरगाह के समीप लैंडफॉल (landfall near port) की संभावना जताई जा रही है, बताया जा रहा है कि बिपरजॉय अभी 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
चक्रवात अभी द्वारका के समुद्र तट से 210 किमी, नलीया से 210 किमी, पोरबंदर से 290 किमी और जखौ से सबसे नजदीक 180 किमी की दूरी पर है। खतरे को देखते हुए राज्य सरकार अपने पूरे दल-बल के साथ मुस्तैद है। राहत और बचाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एनडीआरएफ समेत सभी बचाव दलों को मौके पर पहुंचा दिया गया है।
पूर्वी मध्य और इससे सटे पश्चिम मध्य अरब सागर में मछली पकड़ने का संचालन गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। साथ ही गुजरात सरकार ने सौराष्ट्र, कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों के तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकालने का काम पहले ही कर लिया है। सरकार ने लोगों से समुद्री किनारों के पास जाने स मना भी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार 15 जून को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव से राजस्थान के जोधपुर और उदयपुर संभाग में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. साथ ही 16 जून को दक्षिण पश्चिमी राजस्थान में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग ने यह भी कहा कि 17 जून तक जोधपुर, उदयपुर और अजमेर संभाग और आसपास के इलाकों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
मध्य प्रदेश के इन राज्यों में असर
मध्यप्रदेश के शहडोल, जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम संभागों में कुछ जगहों पर वज्रपात और बिजली गिरने की संभावना है. अगले 24 घंटों के दौरान खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, सागर, झाबुआ, उज्जैन, रीवा, सतना और छतरपुर जिलों में भी इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है. बता दें कि खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, सागर, रीवा, सतना, छतरपुर, रायसेन, भोपाल और सीहोर जिलों में तेज हवाओं के साथ आंधी आने की भी संभावना है। वहीं, मध्य प्रदेश के धार, बालाघाट और रतलाम जिलों में कुछ स्थानों पर लू चलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने 15 और 16 जून को कच्छ, जामनगर और देवभूमि द्वारका जिले में रेड अलर्ट जारी किया है। पवागढ़, सोमनाथ और द्वारका मंदिर 15 जून को बंद रहेगा। बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के कच्छ की ओर आगे बढ़ने के साथ समुद्र अपने रौद्र रूप में आ गया है। ऊंची उठ रही समुद्री लहरें भयावह मंजर को दर्शा रही है। मांडवी के समुद्र में लहरें 15 से 20 फीट तक उछल रही हैं।
दूसरी ओर चक्रवात के गुजरात में लैंडफॉल होने के खतरे को देखे हुए समुद्र किनारे के 0 से 5 और 5 से 10 किमी के अंतराल के 164 गांवों के सरपंचों से मुख्यमंत्री ने डैशबोर्ड के माध्यम से बातचीत की। देवभूमि द्वारका, जामनगर, कच्छ और गिर सोमनाथ जिले के समुद्र तटवर्तीय क्षेत्रों के लोगों से लगातार सम्पर्क किया जा रहा है।
इसके अलावा बिपरजॉय के असर से जिलों में टेलीकॉम नेटवर्क टूटने पर लोग किसी भी टेलीकॉम नेटवर्क का उपयोग कर सकेंगे। दूरसंचार विभाग के गुजरात लाइसेंस सर्विस एरियाज जीएलएसए ने इस संबंध में सभी जरूरी उपाय पहले से कर लिए हैं। इससे यदि किसी टेलीकॉम ऑपरेटर की सेवा का लोग उपयोग नहीं कर पाएंगे तो उनके पास विकल्प होगा कि वे दूसरे ऑपरेटर की सेवा लें।