नई दिल्ली: देश में H3N2 इन्फ्लूएंजा तेजी से पांव पसारने लगा है। खांसी जुकाम के सामान्य लक्षणों वाली इस बीमारी के चलते अब लोगों मौत तक हो रही है। इस खतरनाक वायरस से हरियाणा में एक मरीज की मौत हो गई है। कर्नाटक में भी एक व्यक्ति ने अपनी जान गंवा दी है। देश में H3N2 वायरस के कुल 90 केस हैं। वहीं H1N1 के 8 मामले अब तक रिपोर्ट हुए हैं। ऐसे में इस वायरस का तेजी से बढ़ना मरीजों के लिए जानलेवा होता जा रहा है।
सांस के वायरस से होने वाली बीमारियों पर करीबी नजर रखने वाले आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने कहा कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा, जो पिछले दो-तीन महीनों से व्यापक रूप से फैल रहा है। एक्सपर्ट बताते हैं कि पिछले 6 महीने में इन्फ्लुएंजा के केस 200 फीसदी बढ़े हैं। इसकी तीन मुख्य वजहें हैं। इनमें नवंबर से जनवरी महीने तक सर्दी का मौसम, वायु प्रदूषण और वायरल इन्फेक्शन का बढ़ना शामिल है।
इन्फ्लूएंजा तीन तरह के होते हैं। ये H1N1, H3N2 और इन्फ्लूएंजा B है। इसको यामा गाटा कहा जाता है। भारत में फिलहाल दो तरह के इन्फ्लूएंजा वायरस H1N1 और H3N2 की मौजूदगी है। इनमें ज्यादातर केस H3N2 के ही हैं। आमतौर पर इन्फ्लुएंजा में खांसी, जुकाम, सांस लेने में दिक्कत होना और कफ जैसे शिकायतें हो सकती है। मरीजों ने गले में दर्द, शरीर दर्द और डायरिया जैसी शिकायतें भी की हैं। ऐसे में खांसी जुकाम को हल्के में लेना भारी भी पड़ सकता है क्योंकि अब यह इन्फ्लुएंजा मौत की वजह तक बन रहा है।
गौरतलब है कि हरियाणा में इन्फ्लुएंजा के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां अस्पतालों में मरीजों की संख्या में 40% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में भी इसके केस तेजी से बढ़ रहे हैं।