कोझिकोड : वायनाड के चूरलमाला में मंगलवार को हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 63 हो गई है। भूस्खलन रात करीब 2 बजे हुआ और इलाका पूरी तरह से कट गया है। भूस्खलन के कारण आई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने सेना के जवानों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आर्म्ड पुलिस फोर्स और एयरफोर्स को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात किया है। इस बीच केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने जानकारी दी कि पांच मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल वायनाड भेजा गया है।
सीएम पिनाराई विजयन ने एक्स पर पोस्ट किया, ”भूस्खलन के बाद की स्थिति से निपटने और चल रहे राहत प्रयासों की देखरेख के लिए पांच मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल वायनाड भेजा गया है। वन मंत्री एके. ससींद्रन नुकसान का आकलन करने और तत्काल प्रतिक्रिया उपायों का समन्वय करने के लिए पहले ही प्रभावित क्षेत्र में पहुंच चुके हैं। मंत्री रामचंद्रन कदन्नापल्ली के जल्द ही जमीनी स्तर पर प्रयासों में शामिल होने के लिए पहुंचने की उम्मीद है। इसके अलावा, राजस्व, लोक निर्माण और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति विभाग के मंत्री तिरुवनंतपुरम से हवाई यात्रा कर रहे हैं और जल्द ही पहुंचेंगे।”
सीएम पिनाराई विजयन ने केरल एसडीएमए कार्यालय का दौरा कर, भयंकर भूस्खलन के बाद, वयनाड के चूरलमाला में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों का मूल्यांकन भी किया। इससे पहले मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के शीर्ष अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद मीडिया को बताया था कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के बारे में जानकारी मिल रही है और इस समय इस बारे में ज्यादा कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोझिकोड, मलप्पुरम, वायनाड और कासरगोड जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया। जबकि पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वायनाड के चूरलपारा में मंगलवार को हुए भीषण भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 63 हो गई है और सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं, जिसके बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को भारतीय सेना के बेंगलुरु मुख्यालय वाले मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप से मदद मांगी और अपना एक प्रतिनिधिमंडल वायनाड भेजने का फैसला किया।