नई दिल्ली: अब यात्री नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआई) के टर्मिनल 3 तक केवल 16 मिनट में पहुंच जाएंगे। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने गुरुवार को कहा कि वह 23 किलोमीटर लंबी एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (एईएल) पर मेट्रो ट्रेनों की परिचालन स्पीड तत्काल प्रभाव से बढ़ा रहा है। अब ट्रेन 110 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। पहले यह स्पीड 100 किमी प्रतिघंटा थी। अधिकारियों ने कहा कि ऐसा डीएमआरसी के मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) से अनिवार्य मंजूरी मिलने के बाद किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि यात्री अब नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से आईजीआई के टर्मिनल 3 तक लगभग 16 मिनट में पहुंच जाएंगे। पहले उन्हें 19 मिनट का समय लगता था। एईएल छह मेट्रो स्टेशनों से गुजरती है, जिसमें नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन और द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन के बीच चार स्टॉप हैं। डीएमआरसी में कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस के मुख्य कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा, ‘स्पीड बढ़ाने से एयरपोर्ट सिटी सेंटर और राजीव चौक के बहुत करीब आ गया है, जहां अब 16 मिनट के अंदर पहुंचा जा सकता है। नई दिल्ली और द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने के लिए अब 20 मिनट की यात्रा करनी होगी। यह पहले की स्पीड से तीन से चार मिनट पहले पहुंचा देगी।’
दयाल ने कहा कि डीएमआरसी आने वाले हफ्तों में एईएल पर मेट्रो की गति 120 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा, ‘आने वाले दिनों में 120 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति सीमा लागू होने के बाद पूरे एईएल पर यात्रा का कुल समय 19 मिनट तक कम हो जाएगा।’ डीएमआरसी ने कहा कि इस वृद्धि के साथ, उसने भारतीय मेट्रो में एक नया मानदंड स्थापित किया है और देश की सबसे तेज मेट्रो में से एक होने का गौरव बरकरार रखा है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘मेट्रो का विकल्प चुनकर यात्री न केवल आरामदायक, निर्बाध और किफायती यात्रा का आनंद ले सकते हैं, बल्कि एयरपोर्ट पर पार्किंग से जुड़ी असुविधाओं से भी बच सकते हैं।’ दयाल ने कहा कि डीएमआरसी ने हाल ही में क्यूआर कोड और व्हाट्सएप-आधारित टिकटिंग के जरिए कैशलेस टिकटिंग का विकल्प भी पेश किया है, जो यात्रियों की टिकट काउंटर्स पर जाने और कतार में खड़े होने की जरूरत खत्म करती है। बता दें कि इस साल 22 मार्च को एईएल पर परिचालन गति 90 किमी प्रतिघंटे से बढ़ाकर 100 किमी प्रतिघंटा किया गया था।