गांधीनगर. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि देश का रक्षा निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में 8,000 करोड़ रुपये रहा और वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक सालाना रक्षा निर्यात 35,000 करोड़ रुपये तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। सिंह यहां पर रक्षा प्रदर्शनी ‘डेफएक्सपो’ की शुरुआत की पूर्व संध्या पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस प्रदर्शनी का आयोजन गांधीनगर में 18 से 22 अक्टूबर तक प्रस्तावित है। इस मौके पर रक्षा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद भारत के रक्षा क्षेत्र ने कुल 30,000 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात किया है। उन्होंने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रक्षा डिजाइन, विकास एवं विनिर्माण के वैश्विक मानकों को हासिल करने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
सिंह ने कहा, “वर्ष 2014 से पहले हमारा रक्षा निर्यात 900 से 1300 करोड़ रुपये के बीच हुआ करता था। लेकिन इसके बाद हमने 30,000 करोड़ रुपये से अधिक का रक्षा निर्यात किया। हम इस साल 8,000-9,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त रक्षा निर्यात कर सकते हैं।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक 35,000 करोड़ रुपये मूल्य का रक्षा निर्यात करना है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 के पहले छह महीने में 8,000 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात किया गया। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया के शीर्ष 25 रक्षा निर्यातक देशों में शामिल है। उन्होंने कहा कि 13,000 से अधिक कंपनियां इस रक्षा प्रदर्शनी में शामिल हो रही हैं।
इस मौके पर रक्षा सचिव अजय कुमार ने कहा, “भारत ने वर्ष 2021-22 में कुल 13,000 करोड़ रुपये मूल्य के रक्षा उपकरणों और तकनीक का निर्यात किया था वर्ष 2022-23 में 17,000 करोड़ रुपये मूल्य का रक्षा निर्यात होने की संभावना है।”