नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi Election) की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) (Aam Aadmi Party (AAP) को हटाने के लिए भाजपा (BJP) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी सत्ता विरोधी लहर (Anti-party power wave) का फायदा उठाने के साथ ही भ्रष्टाचार, शीशमहल, घोटालों को लेकर लगातार आप और केजरीवाल को घेर रही है। अब पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों सहित कम से कम 14 वरिष्ठ नेताओं को विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले उन्हें आवंटित क्षेत्रों में तैयारियों और प्रचार अभियान की देखरेख करने का काम सौंपा है।
इसका उद्देश्य भाजपा की प्रचार अभियान रणनीति को बढ़ाना और राजधानी में अपनी संभावनाओं को बेहतर बनाना है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री सतीश दुबे, यूपी के विधायक कपिल देव अग्रवाल, पूर्व कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, अलीगढ़ के सांसद सतीश कुमार गौतम और पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक जैसे वरिष्ठ नेताओं को क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। निश्चित रूप से, पांच अन्य नेताओं ने भी इस बात की पुष्टि की है।
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, नेताओं का चयन विशिष्ट समुदायों और स्थानीय आबादी के बीच उनकी अपील के आधार पर किया गया है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन प्रमुख नेताओं में शामिल हैं, जिनसे रैलियों का नेतृत्व करने और मतदाताओं को संबोधित करने की उम्मीद है। नजफगढ़ की जिम्मेदारी संभाल रहे सतीश पूनिया ने एचटी से इस बात की पुष्टि की कि वह उन 14 नेताओं में से एक हैं जिन्हें जिले में तैयारियों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया है।
पूनिया ने कहा, ‘हमें जो भी क्षेत्र दिया गया है, उसमें हमें एक साथ कई काम करने हैं – उस क्षेत्र के लिए सटीक रणनीति बनाने से लेकर, जरूरत पड़ने पर समस्या निवारण तक, हमें अपने जिले से पार्टी को जिताने के लिए जो भी करना होगा, वह करेंगे।’ नवीन शाहदरा के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा अधूरे वादों को लेकर निवासियों में नाराजगी का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल ने इलाके के जेजे क्लस्टर्स में जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हो रहे हैं। खास तौर पर, सफाई व्यवस्था…झाडू काम नहीं कर रहा है।’