नई दिल्ली : देश में 15 अगस्त से पहले तिरंगे की मांग में भारी वृद्धि देखने को मिल रही है। भाजपा के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान और प्रधानमंत्री मोदी के ‘तिरंगे के साथ सेल्फी’ अभियान से पहले तिरंगे की बिक्री में कई गुना वृद्धि हुई है। तिरंगे की मांग में बढ़ोतरी कुछ इस कदर हुई है कि व्यापारियों के लिए तिरंगे की आपूर्ति करना मुश्किल हो गया है।
50 सालों से अधिक समय से झंडा बनाने का कारोबार करने वाले अब्दुल गफ्फार कहते हैं कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की घोषणा के बाद से तिरंगे की बिक्री में 50 गुना इजाफा हुआ है। तिरंगा बनाने वाले कारीगर दो-दो शिफ्टों में काम कर रहे हैं। हमारे यहां से देश के हर कोने में तिरंगा जाता है, हम लंबे समय से तिरंगे का कारोबार कर रहे हैं। खादी भंडार के बाद हमने ही तिरंगा बनाने का काम शुरू किया था।
बता दें कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत भाजपा का लक्ष्य 11 से 14 अगस्त तक कम से कम 20 करोड़ झंडे लगाना है जो कि इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस समारोहों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस अभियान के माध्यम से, पार्टी देश के लोगों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित कर रही है।
तिरंगे की मांग में वृद्धि ने व्यापारियों को अपनी आपूर्ति बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है, लेकिन मांग के अनुसार आपूर्ति करना अभी भी एक चुनौती है। इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस समारोहों में तिरंगे की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसकी मांग में वृद्धि देश के लोगों के देशभक्ति की भावना को दर्शाती है।
हर साल 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस देश की एकता और अखंडता का प्रतीक है। इस दिन देश के सभी सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों में ध्वजारोहण किया जाता है। स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। देश के लोग इस दिन को तिरंगा फहराकर और राष्ट्रगान गाकर इस दिन को मनाते हैं। यह दिन भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई की याद दिलाता है और देश के लोगों को देशभक्ति की भावना से भर देता है।