Deoband:मदनी बोले- डराने की कोशिश नहीं की जा रही , ये मुल्क सबका है , हमारा मजहब पसंद नहीं तो कही और जाए
Deoband : देवबंद में चल रहे जमीयत सम्मेलन के दूसरे दिन महमूद असद मदनी ने मुसलमानों से सब्र और हौसला से काम करने की गुजारिश कि है । उन्होंने कहा, “अगर वो अखंडताकी बात करें तो धर्म कहा जाता है । अगर हम बात करें तो वो हमको कट्टरता और तंज समझ लेते है । हम तुम्हें बताने की कोशिश कर रहे हैं, डराने की नहीं
। तुम डराते हो और हम सिर्फ आपको बता रहे है । डराना बंद करिये । । हम गैर नहीं हैं , इस मुल्क के ही है। ये मुल्क हमारा भी है , अच्छी तरह से दिमाग में बसा लिजिए … ये हमारा मुल्क है। अगर तुमको हमारा मजहब बर्दाश्त नहीं है तो कहीं और जाए । वो बार-बार पाकिस्तान जाने को कहते हैं। हमें पाकिस्तान जाने का मौका मिला था, जिसे हमने ही मना किया था ”
हम इसी देवबंद में स्काउट एंड गाइड के साथ मिलकर एक सेंटर बनाएंगे , जिसे दहशतगर्दी का अड्डा कहा जाता है । 6 दिन पहले हापुड़ में बन रही जमीयत की बिल्डिंग को बिना नोटिस सील हो गई है । हम यह बताना चाहते हैं कि कितना कुछ सहने के बाद भी हम शांत है । पिछले 10 साल से हम सब्र रखें हुए है । फिर भी हमें परेशान होने नहीं होना है ।
प्रोफेसर मौलाना नोमानी शाहजहांपुरी ने कॉमन सिविल कोड पर प्रस्ताव सामने रखा है । उन्होंने कहा, “मुस्लिम पर्सनल लॉ को खत्म करने के लिए सरकार कॉमन सिविल कोड लाना चाहती है, जो बर्दाश्त नहीं है शादी, तलाक जैसी चीजें मजहबी फैलसा है । मुल्क के हर शहरी को आजादी का हक हासिल है। मुसलमान अपने मजहबी लॉ में कोई बदलाव मंजूर नहीं करेंगे। अगर सरकार ऐसा करती है तो हम हर तरह के विरोध को मजबूर होना होगा ।
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