लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में पी.एस.ए. ऑक्सीजन प्लांट एवं न्यूरो फिजियोलॉजी लैब का लोकार्पण किया। क्लीनिकल न्यूरो फिजियोलॉजिकल लैब में मस्तिस्क, मेरुदण्ड, नसों तथा मांसपेशियों की बीमारियों से ग्रसित मरीजों की जांच करने के लिए कई प्रकार की मशीनों का प्रयोग किया जाता है। इसमें मिर्गी की बीमारी से ग्रसित मरीजों का इलाज तथा दिमाग से उत्पन्न बिजली की तरंगों का विश्लेषण करके मिर्गी के प्रकार का पता किया जाता है। 15 से 20 प्रतिशत मिर्गी के मरीज जो दवा से ठीक नहीं हो पाते उनके लिए शल्य चिकित्सा का सहारा लिया जाता है। इसके अलावा मस्तिष्क संबंधी अन्य बीमारियों के इलाज में न्यूरो फिजियोलॉजी लैब सहायक सिद्ध होगी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री पाठक ने कहा कि यहां प्रत्येक रोगी को समान संवेदना और सेवाभाव से देखा जाता है। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों को मंदिरों के समकक्ष रखा और चिकित्सक को ईश्वर की संज्ञा दी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी-कभी भर्ती के लिए बिस्तर की अनुपलब्धता एक समस्या हो सकती है, पर यदि रोगी को ध्यान पूर्वक सुन लिया जाए तो उसकी पीड़ा कुछ हद तक कम हो जाती है और यहां जनसंपर्क की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बिस्तरों की संख्या को भी चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा। उन्होंने स्टाफ की समस्याओं को भी समय सीमा के अंदर निराकरण का आश्वासन दिया।
एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो आरके धीमन ने बताया कि संस्थान में 1000 लीटर पर मिनट क्षमता का आक्सीजन पीएसए प्लान्ट डाक्टर फार यू’ संस्था के सौजन्य से स्थापित किया गया है। इस प्लांट की सप्लाई एवं स्थापना पर होने वाला सारा व्यय उपरोक्त संस्था द्वारा ही वहन किया गया है। यह प्लांट हवा से आक्सजीन को अलग कर 93 से 94 प्रतिशत की शुद्धता के साथ आक्सीजन प्राप्त होती है, जिसको सेंट्रल पाईप लाइन सिस्टम द्वारा अस्पताल मे मरीजों तक पहुंचाया जाता है।