नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा एवं राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि दुनियाभर में गंभीर संकट के बावजूद भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि भारत पहले दुनिया की पांच सबसे नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल था, लेकिन आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। राष्ट्रपति ने कहा कि देश में आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने वालों की संख्या करीब सवा तीन करोड़ से बढ़कर लगभग सवा आठ करोड़ हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि भारत दस साल पहले मौजूदा बाजार मूल्यों पर 1,900 अरब अमेरिकी डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के साथ दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। आज भारत 3,700 अरब अमेरिकी डॉलर (वित्त वर्ष 2023-24) के अनुमानित जीडीपी के साथ पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि नया संसद भवन भारत की आजादी के अमृतकाल में देश को ‘विकसित भारत’ बनाने के लिए प्रेरित करने वाली नीतियों पर सार्थक बातचीत का गवाह बनेगा।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि पिछली लगातार दो तिमाहियों में भारत की आर्थिक वृद्धि दर साढ़े सात फीसदी रही है। देश में पहले मुद्रास्फीति की दर दहाई अंक में रहा करती थी, जो अब चार फीसदी है। राष्ट्रपति ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 7.8 फीसदी रही है। जुलाई-सितंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था 7.6 फीसदी की दर से बढ़ी है।