लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि शिवपाल सिंह यादव के समर्थन के बावजूद मैनपुरी सीट पर सपा की पराजय निश्चित है. बीते शनिवार को बलिया जिले में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि सुभासपा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और बसपा को पीछे धकेल कर तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.
मनियर क्षेत्र में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से बातचीत में ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन में मैनपुरी सीट पर मुलायम सिंह यादव 95 हजार मतों के अंतर से चुनाव जीते थे. उन्होंने कहा कि अगर इसमें से बसपा समर्थक मतों को निकाल दें तो सपा की स्थिति का आंकड़ा स्पष्ट हो जाता है.
लोग अब सपा को वोट देने को तैयार नहीं
सपा पर निशाना साधते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा, सूबे में सपा चार बार सत्ता में रही. इनकी सरकार में हुई गुंडई, तानाशाही, जमीन पर अवैध कब्जा, थाने से अपराधियों को छुड़ाने, अन्याय और अत्याचार की घटनाओं को लोग भूले नहीं हैं. लोग अब सपा को वोट देने के लिए हरगिज तैयार नहीं हैं.
शिवपाल तो सपा के साथ पहले भी थे- राजभर
शिवपाल सिंह यादव द्वारा सपा का समर्थन करने से जुड़े सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने पलट कर सवाल दागा कि वह सपा से कब अलग रहे हैं? सुभासपा अध्यक्ष ने तंज कसा कि शिवपाल ने पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी सपा का सहयोग किया था और फिर कर रहे हैं.
2 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर होना है उपचुनाव
बता दें, उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा सीट और रामपुर शहर व खतौली विधानसभा सीट पर पांच दिसंबर को उपचुनाव होना है. समाजवादी पार्टी की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनावी मैदान में हैं. वहीं बीजेपी की तरफ से रघुराज सिंह शाक्य को टिकट मिला है. शिवपाल यादव सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव का समर्थन कर रहे हैं. बीते दिनों डिंपल और अखिलेश ने शिवपाल और आदित्य से मुलाकात भी की थी. उसी के बाद से शिवपाल डिंपल के समर्थन में उतर आए.