झांसी: उत्तर प्रदेश सरकार के जेल मंत्री डॉक्टर धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि इस बार रक्षा बंधन पर किसी भी कैदी की कलाई सूनी नहीं रहेगी। जेल में निरुद्ध बंदियों के लिए खाने पीने और साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था की गई है। साथ ही होमगार्ड विभाग के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है । इस बार होमगार्ड विभाग की तिरंगा यात्रा में अहम भूमिका रहेगी। वह यहां झांसी व ललितपुर जिला कारागार निरीक्षण पर आए हुए थे। ललितपुर में निरीक्षण के बाद वह आज दोपहर बाद झांसी पहुंचे।
सर्किट हाउस में यूपी सरकार के जेल मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि जेल में बंदियों को उच्च कोटि का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है । जेल की बेरिकों ओर परिसर में साफ सफाई की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखी जा रही है । उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने जेल विभाग का पद भार ग्रहण किया है। प्राथमिकता पर यूपी की जेलों में बंद दया याचिका वाले 1200 केदियो में 700 छोड़े गए है । वही 135 ऐसे बंदी हैं जिन पर छोटे छोटे अर्थ दंड दस हजार रुपए से भी कम के ऐसे कैदियों के दस लाख रुपया अर्थदंड पर उन्हें राहत दिलाई ।
उन्होंने कहा कि जेलों में नौजवानों की संख्या ज्यादा है। गरीब परिवार के जेलों में बंद नौजवान बंदियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि वह अपनी सोच बदले,नकारात्मक सोच छोड़े और स्वरोजगार से जोड़े जा रहे हैं। ताकि जेल से बाहर आने के बाद कैदी स्वरोजगार करे,अपना और परिवार का भरण पोषण कर सके । उन्होंने कहा कि यूपी के दस जिलों में जेल नही है। ललितपुर में उन्होंने सेंट्रल जेल बनने के लिए पड़ी जमीन का निरीक्षण किया । उन्होंने कहा जल्द ही ललितपुर सहित अन्य जिलों में जेल बनेंगी जिससे जेलों में अधिक संख्या में बंद बंदियों की संख्या में कमी आयेगी। जेलों में बेरिक बढ़ाई जाएंगी और जेलों की संख्या भी।
वही उन्होंने कहा होमगार्ड कर्मियों से वह सीधा संवाद कर उनकी समस्या का समाधान करेंगे । होमगार्ड के लिए उच्च स्थान देने को लगातार सरकार प्रयासरत है। होमगार्ड को हथियार भी दिलाए गए है । झांसी में होमगार्ड की जमीन पर फर्जी तरीके से खरीद फरोख्त कर बेचने वाले प्रकरण में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कार्यवाही न होने का मुद्दा सामने आने पर मंत्री ने कहा वह अफसरों से वार्ता करेंगे । वही उन्होंने कहा सभी जेल अधीक्षकों को निर्देश दिए गए है कि वह जेलों में बंद किसी भी कैदी को मायूस न होने दें। हर बहन अपने बंदी कैदी भाई को राखी बांधे। साथ ही हर बहन जो अपने कैदी भाई को राखी बांधने आए वह अपने साथ ज्यादा राखियां लेकर आए जिससे कोई बंदी का परिवार नही तो उसे भी वह राखी बांध सके ताकि कैदी बंदी की कलाई रक्षा बंधन पर खाली न रहे।