नई दिल्ली: सावन माह की पहली एकादशी रविवार 24 जुलाई 2022 को पड़ रही है। इस एकादशी को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है। मान्यता के अनुसार श्रावण यानि सावन के महीने की कृष्ण की पडऩे वाली एकादशी तिथि को कामिका एकादशी कहा जाता है। इस बार की कामिका एकादशी बहुत ही विशेष है।
एकादशी का व्रत सभी व्रतों में श्रेष्ठ माना गया है। कामिका एकादशी 23 जुलाई से प्रारंभ हो चुकी है। एकादशी तिथि का समापन पंचांग के अनुसार 24 जुलाई 2022 को दोपहर 1 बजकर 47 मिनट पर होगा। कामिका एकादशी का पारण मुहूर्त 25 जुलाई 2022 को प्रात: 05 बजकर 38 मिनट से 08 बजकर 22 मिनट तक है। कामिका एकादशी का व्रत 24 जुलाई को रखा जाएगा।
पौराणिक मान्यता के अनुसार कामिका एकादशी पर विधि पूर्वक भगवान विष्णु की पूजा करने से वही फल प्राप्त होता है जो गंगा, काशी में पूजन का मिलता है। इस एकादशी में तुलसी की मंजरियों से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। मान्यता है कि भगवान विष्णु मोती, रत्न, मणि आदि चढ़ाने से भी इतने प्रसन्न नहीं होते, जितने कि तुलसी की मंजरी चढ़ाने से खुश होते हैं।
कामिका एकादशी पर बनने वाले शुभ योग
जब कोई एकादशी शुभ योग में पड़ती है तो उसका पुण्य कई गुना बढ़ जाता है। इस बार कामिका एकादशी पर कई शुभ योग बन रहे हैं-
वृद्धि योग : 24 जुलाई को प्रात: काल से दोपहर बाद 02 बजकर 02 मिनट तक
ध्रुव योग: 24 जुलाई को 02 बजकर 02 मिनट से शुरू
द्विपुष्कर योग: 24 जुलाई को रात 10 बजे से 25 जुलाई सुबह 05 बजकर 38 मिनट तक।
ग्रहों की स्थिति
24 जुलाई 2022 को रोहिणी नक्षत्र रहेगा। इसके साथ ग्रहों की स्थिति इस प्रकार रहेगी-
मंगल, राहु- मेष राशि
चंद्रमा- वृषभ राशि
शुक्र- मिथुन राशि
सूर्य, बुध- कर्क राशि
केतु- तुला राशि
शनि- मकर राशि
गुरु- मीन राशि