नई दिल्ली: बारिश और उमस के बीच बैक्टीरियल और वायरल इन्फेक्शन तेजी से फैल रहे हैं। बरसात के मौसम में हवा में नमी और इम्यूनिटी का वीक होना भी बीमारियां फैलने की वजह होती है। कोरोना का प्रकोप भी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ ऐसे में सावधान रहना बेहद जरूरी है। वायरल इन्फेक्शन ज्यादातर गले में खराश और चुभन के साथ शुरू होता है। इसके साथ नाक बहना, फीवर और खांसी जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। संक्रमण के शुरुआती लक्षण दिखते ही आप अलर्ट हो जाएं तो रिकवरी जल्दी हो सकती है। यहां जानें आपको क्या करना है।
पहले लक्षण पर करें ये उपाय
वायरस का शरीर पर हमला ज्यादातर नाक से ही होता है। इसके बाद ये गले में पहुंचते हैं और अपर रिस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करते हैं। शरीर में पहुंचकर ये मल्टीप्लाई होकर आपको बीमार कर देते हैं। जैसे ही आपको छींके आएं, सुस्ती लगे या गले में जरा भी खराश लगे तो सबसे पहले आप गरम पानी में नमक डालकर गरारे करें। आपके पास बीटाडीन गार्गल है तो उससे भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके बाद भाप लें। वायरस पर दवाएं असर नहीं करतीं इसलिए एंटीबायोटिक वगैरह न लें।
तुरंत न लें बुखार की दवा
यूएस के डॉक्टर एरिक बर्ग के मुताबिक, अगर आपको बुखार चढ़ गया है तो इसका मतलब आपका इम्यून सिस्टम वायरस से लड़ रहा है। जब बॉडी गरम होती है तो वायरस डिस्ट्रॉय होते हैं। यह शरीर का तरीका होता है कि वह तापमान बढ़ाकर इन्फेक्शन को बढ़ने से रोकता है। इसलिए तुरंत ओवर द काउंटर यानी बुखार उतरने की दवा न खाएं। 99 फॉरेनहाइट तक तापमान बढ़ना सामान्य तौर पर बुखार नहीं माना जाता। 100 से ऊपर तापमान बुखार में गिना जाता है। अगर आपका टेम्परेचर 100 के ऊपर जा रहा है तो डॉक्टर की सलाह पर फीवर उतरने की दवा लें।
खाने लें ये सारी चीजें
जिंक, विटामिन डी और विटामिन सी वायरस को वीक करता है। आप मल्टीविटामिन ले सकते हैं। बेहतर होगा इनके नैचुरल सोर्सेज लें। आप धूप में बैठ सकते हैं, ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं और विटामिन सी वाले फल खा सकते हैं। गले में ज्यादा खराश है तो खट्टे फल, दही और सोडे वाले ड्रिंक न लें। गरम पानी और शहद लें। पानी खूब पिएं। खाना हल्का लें और रेस्ट करें। ग्रीन टी भी पी सकते हैं। मुलेठी को नैचुरल ऐंटी वायरल माना जाता है। आप चाय, गरम पानी या ग्रीन टी में डालकर मुलेठी ले सकते हैं। खाने में सूप, गरम ड्रिंक और प्रोटीन ज्यादा लें। सोते वक्त हल्दी, काली मिर्च डालकर दूध लें। और सोने से पहले गरारा करना न भूलें।