नई दिल्ली : हिंदू कैलेंडर का आखिरी यानी 12वां महीना फागुन मास शुरू हो चुका है, जो आने वाले 25 मार्च तक चलेगा. फागुन माह का प्राकृतिक, वैज्ञानिक और धार्मिक रूप से खास महत्व है. इस माह में महाशिवरात्रि व होली दो बड़े त्योहार बड़े धूमधाम से मनाए जाएंगे, पूरे महीने फाग महोत्सव की धूम रहेगी. जिस प्रकार माघ मास में दान का महत्व है ठीक उसी प्रकार फागुन के महीने में दान का धार्मिक महत्व है. अपनी श्रद्धानुसार गरीबों को दान और पितरों के निमित्त तर्पण आदि जरूर करना चाहिए. फागुन मास में शुद्ध घी, तिल, सरसों का तेल, मौसमी फल आदि का दान बहुत ही पुण्य फल प्रदान करने वाला माना गया है.
इस महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा फाल्गुनी नक्षत्र में होते हैं. इस कारण इस महीने को फागुन कहा जाता है. इस माह के व्रत ऊर्जा से भरपूर होते हैं. वैसे तो साल के 12 महीने हम किसी भी देवी देवता की आराधना करते हैं. लेकिन कुछ महीने ऐसे हैं जिनमें भगवान की खास आराधना की जाती है. मान्यता है कि रोगों से मुक्ति पाने के लिए फागुन का माह उत्तम होता है. इस माह में भोलेशंकर को सफेद चंदन अर्पित करने से स्वास्थ्य लाभ होता है, साथ ही, मां लक्ष्मी की पूजा से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है.