नई दिल्ली. मौजूदा दौर में मोबाइल फोन के बिना डेली लाइफ मुश्किल हो जाती है, ऑफिस से लेकर बाजार के ज्यादातर काम स्मार्ट फोन के जरिए ही अंजाम दिए जाते हैं. रात को सोते वक्त भी हम फोन से चिपके रहते हैं, लेकिन हद तब हो जाती है जब टॉयलेट सीट पर बैठने के दौरान भी कुछ लोग मोबाइल पर गेम खेलते हैं या वीडियो देखते है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक है और इसके क्या अंजाम हो सकते हैं.
टॉयलेट में हर तरफ हार्मफुल बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, जब वहां बैठकर मोबाइल चलाते हैं, तब उसी हाथ से मग, जेट स्प्रे, टॉयलेट कवर और फ्लश बटन को छूते हैं. इसकी वजह से कई तरह के हानिकारक जर्म्स सेलफोन की स्क्रीन पर जमा हो जाते हैं. आप भले हाथों को साबुन से साफ कर लेते हैं, लेकिन आमतौर पर मोबाइल को डिसइंफेक्ट नहीं करते. जब आप स्मार्ट फोन को फिर से छूते हैं तो जर्म्स फिर खाने के दौरान आपके पेट में प्रवेश कर जाते हैं, फिर पेट दर्द, कब्ज, अपच और यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.
जब मोबाइल को टॉयलेट में ले जाकर उसे बैक्टीरिया युक्त किया गया हो, और फिर खाते वक्त उसी मोबाइल को यूज करेंगे तो फिर यही बैक्टीरिया हमारी आंत में पहुंचकर डायरिया जैसी परेशानियों की वजह बन जाएंगे, इससे आंत में सूजन भी हो सकती है.
पाइल्स होने के पीछे कई कारण हो सकते लेकिन ये आमतौर पर डाइडेशन कमजोर होने के कारण होता है. मौजूदा दौर में मोबाइल फोन को टॉयलेट में इस्तेमाल करने की वजह से भी ये बीमारी बढ़ती जा रही है. आपके मलद्वार से खून निकलने लगता है और रेक्टम में काफी जलन महसूस होती है. इसके अलावा टॉयलेट में लगातार बैठे रहने की वजह से जांघ की मांसपेशियों पर भी बुरा असर पड़ता है.