डोनाल्ड ट्रंप इस साल चार बार सरेंडर कर चुके हैं, जानें उन पर लगे हैं कितने गंभीर आरोप

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नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार (24 अगस्त) को साल 2020 में चुनावी नतीजे को पलटने के आरोप में सरेंडर कर दिया और जेल (Jail) जाना पड़ा. हालांकि, वो मात्र 20 मिनट के बाद जेल से रिहा हो गए. इस साल अब तक 4 बार ऐसा हो चुका है कि ट्रंप को किसी केस में सरेंडर करना पड़ा.

डोनाल्ड ट्रंप पर चुनावी नतीजे पलटने के मामले में जांच चल रही है, जब साल 2021 जनवरी के दौरान उनके और स्टेट ऑफ जॉर्जिया सेक्रेटरी ब्रैड रैफेंसपर्गर के बीच हुई एक कॉल रिकॉर्ड लीक हो गई. इस कॉल रिकॉर्ड में डोनाल्ड ट्रंप ने रैफेंसपर्गर को निर्देश देते हुए सुना गया हमें मात्र 11,780 वोट चाहिए, बाइडेन से आगे निकलने के लिए.

हालांकि, इस साल डोनाल्ड ट्रंप न सिर्फ चुनावी नतीजों को पलटने के जुर्म में सरेंडर करने के बाद जेल गए, बल्कि चार ऐसे केस है, जिनमें उन पर आरोप सिद्ध किए जा चुके हैं. इनमें मनी हश, न्यूयॉर्क सिविल केस, कैपिटल हिल दंगे और क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट केस शामिल है. मनी हश केस की बात की जाए तो उन्होंने पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को बड़ी रकम देने के लिए आपराधिक आरोपों का सामना करना पड़ा.

ट्रंप ने साल 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले पोर्न स्टार को अपने और उसके बीच संबंधों पर चुप्पी साधने के लिए अपने वकील के हाथों 1 लाख 30 हजार डॉलर देने की कोशिश की थी.

स्पेशल लॉयर जैक स्मिथ ट्रंप से संबंधित दो जांचों का नेतृत्व कर रहे हैं, जिनमें से दोनों के परिणामस्वरूप पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं. पहला आरोप जून में लगाया गया, जब ट्रंप पर फ्लोरिडा में शीर्ष गुप्त दस्तावेजों को गलत तरीके से संभालने के आरोप में दोषी ठहराया गया था. अभियोग में आरोप लगाया गया कि ट्रंप ने जांचकर्ताओं की ओर से मांगे गए रिकॉर्ड को छिपाने में मदद करने के लिए बार-बार सहयोगियों और वकीलों को नियुक्त किया. पेंटागन पर हमले की योजना के तहत क्लासिफाइड मैप को दिखाया.

जुलाई में जारी किए गए एक अन्य आरोप के तहत में ट्रंप पर यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने जून 2022 में एफबीआई और न्याय विभाग के जांचकर्ताओं को व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद अपने साथ ले गए क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट को इकट्ठा करने के लिए अपने मार-ए-लागो एस्टेट में सीसीटीवी फुटेज को हटाने के लिए कहा था. क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट मामले में ट्रंप पर 40 गुंडागर्दी के आरोप हैं. इसमें 20 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है.

स्पेशल लॉयर जैक स्मिथ के तरफ से ट्रंप के खिलाफ दूसरा मामला अगस्त में सामने आया था जब पूर्व राष्ट्रपति को यूएस कैपिटल में उनके समर्थकों ने 2020 चुनाव के बाद हिंसक दंगे को अंजाम दिया था. उनके ऊपर आरोप है कि उन्हें चुनाव के परिणामों को पलटने को लेकर गुंडागर्दी के आरोप में दोषी ठहराया गया था.

न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स ने ट्रंप और ट्रंप ऑर्गनाइजेशन पर मुकदमा दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि उन्होंने लोन और टैक्स लाभ हासिल करने के लिए गोल्फ कोर्स और गगनचुंबी इमारतों सहित संपत्तियों के मूल्य के बारे में बैंकों और कर अधिकारियों को गुमराह किया था. अगर इसमें ट्रंप दोषी पाए जाते है तो उन्हे 250 मिलियन डॉलर का जुर्माना देना पड़ेगा.

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